नेशनल चैम्बर ने मुख्यमंत्री को भेजे सुझाव,आगरा,मथुरा,वृंदावन और गोवर्धन में पर्यटन को किया जाए प्रोत्साहित।



हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा: 16 दिसम्बर,मा.मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को बृजक्षेत्र आगरा एवं मथुरा, वृन्दावन एवं गोवर्धन में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चैम्बर द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव भेजे गये।

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने बताया कि आगरा में कई प्राचीन शिवालय हैं। जो शहर के चारों कौनों पर एवं मध्य में स्थित हैं। इनकी अपनी बड़ी मान्यता है।यहां इन शिवालयों में पूजा अर्चना हेतु दूरस्थ जनपदों से श्रद्धालुजन आते हैं। आगरा को धार्मिक पर्यटन के रुप में विकसित किये जाने की असीमित संभावनाएं हैं। आगरा विश्व तीर्थ स्थल  मथुरा वृन्दावन गोवर्धन के सीमा पर स्थित है और बृज क्षेत्र का एक अभिन्न अंग है।

उत्तर प्रदेश सरकार को वृन्दावन में यमुना नदी के तट पर विश्व की सबसे ऊँची भगवान कृष्ण की मूर्ति के साथ एक विशाल कृष्ण-थीम वाले पर्यटक परिसर की स्थापना करनी चाहिए,जिसमें एक डिजिटल संग्रहालय,एक सभागार,एक पुस्तकालय एक पार्किंग स्थल, रेस्तरां, होटल, एक गुरुकुल इत्यादि शामिल हो, जिससे वृन्दावन विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल की तरह स्थापित होगा और आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों में भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूकता एवं गौरव की अनुभूति उत्पन्न होगी।   

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को ब्रज क्षेत्र की विविध विरासत को प्रदर्शित करने और प्रमुख पूजा स्थलों और मंदिरो के महत्व को बढ़ाने के लिए माइक्रोसाइट्स की एक श्रृंखला और ’मेरो ब्रज’ मोबाइल ऐप शुरू करना चाहिए। इन मैक्रोसाइट्स और मोबाइल ऐप में ई-ब्रोशर और प्रचार फिल्म के साथ-साथ अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती,बांगला आदि में व्यापक सामग्री होगी जो आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करेगी और उनकी धार्मिक यात्राओं को व्यवस्थित करने में मदद करेगा। यह मंदिरों में दर्शन की समय सारणी,यात्रा मार्गों और पूजा/अनुष्ठानों,धर्मशालाओं/होटल के बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदान करेंगी,जिसे यूट्यूब वीडियो द्वारा पूरक किया जा सकेगा।

 पर्यटन एवं संस्कृति प्रकोष्ठ  के समन्वयक राहुल जैन ने बताया कि आगरा सिक्ख धर्म के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां प्राचीन गुरुद्वारों/स्थानों  को सिख आध्यात्मिक सर्किट में सम्मिलित कर एवं शहर में सिख म्यूजियम एवं अनुसंधान केन्द्र स्थापित कर, सिख आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाये। आगरा में गुरु का ताल, नया बांस लोहामंडी, माईथान, हाथी घाट आदि स्थानों पर स्थित गुरुद्वारों का अपना विशेष महत्व है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को मथुरा वृंदावन एवं गोवर्धन क्षेत्र में प्रमुख धार्मिक एवं दार्शनिक स्थलों पर क्यूआर कोड एवं वर्चुअल रियलिटी समेत अन्य डिजिटल प्रौद्योगिकी के प्रणाली को स्थापित कर उसके प्रयोग को प्रोत्साहित करना चाहिए। क्यू आर कोड तकनीक में एक स्कैन के माध्यम से श्रद्धालु/पर्यटक, पर्यावरणीय अनुकूल तौर में उस स्थल की सम्पूर्ण प्रासंगिक जानकारी सहज रूप से प्राप्त कर सकते है। थ्री डी (3क्) मॉडल, 360 डिग्री फोटो इत्यादि जैसे वर्चुअल रियलिटी तकनीकी के उपयोग से पर्यटन के प्रमुख क्षेत्र जैसे योजना और प्रबंध, विपणन, मनोरंजन, शिक्षा, पहुँच और विरासत संरक्षण को सकारात्मक तरीके से प्रभावित करेगा एवं श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अपनी यात्रा कार्यक्रम बनाने में सहूलियत मिलेगी।

 हमारा निवेदन है ब्रज क्षेत्र के शहर आगरा एवं मथुरा,वृन्दावन और गोवर्धन में पर्यटन विकास हेतु उपरोक्त सुझावों को त्वरित रूप से कार्यान्वित करने के लिए संबंधित विभागों को आदेशित करें। जिससे आपके योग्य मार्गदर्शन में बृज क्षेत्र विश्व पर्यटन पटल पर शीर्ष स्थान पर आ सकें एवं आर्थिक,सामाजिक एवं सांस्कृतिक उन्नति की ओर अग्रसर हो सकें।