बज्में ग़ालिब का भव्य आयोजन।


हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा: प्रख्यात शायर मिर्जा असादुल्लाह खां ग़ालिब की 226 सालगिरह के मौके पर बज्मे ग़ालिब का आयोजन ग्रैंड होटल आगरा में किया गया। मुख्य अतिथि डॉक्टर आर एस पारीक, विशिष्ट अतिथि थे सीईओ कैंटोनमेंट बोर्ड श्री दमन सिंह एवं डॉ अरविंद झा तथा सविता जैन विशिष्ट अतिथि थे। प्रमुख वक्ता थीं प्रोफेसर वीना शर्मा। अध्यक्षता सोम ठाकुर ने की।

  मध्य एशिया के मध्य श्री अरुण डंग के द्वारा उज़्बेकिस्तान, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के यात्रा वृतांत पर आधारित पुस्तक का विमोचन अतिथियों के द्वारा किया गया। 26 दिसंबर को आयोजित ग़ज़ल प्रतियोगिता मे विजयी श्रेया शर्मा,गौरव गोस्वामी एवं ध्रुव तिवारी ने प्रस्तुतियां दी। उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।

इस अवसर पर ग़ज़ल प्रतियोगिता के निर्णायकों खेमचंद धाकड़ मंजरी शुक्ला और अमीर अहमद को भी सम्मानित किया गया।

 डॉ.आर एस पारीक ने कहा कि यात्रा वृतांतों के मामले में राहुल  सांकृत्यायन,रांगेय राघव को विस्मृत नहीं किया जा सकता साथ कहा कि भारत के पास दर्शन है चिंतन है और उसे सबको में महसूस करना चाहिए।

 शाहिद नदीम ने कहा तेरी तहरीरे दिले नाज को जादू लिक्खूं/तेरी तस्वीर को एक फूल की खुशबू लिक्खूं/ तेरे लफ्जों को चमकते हुए जुगनू लिक्खूं तब कहीं जाके तेरी शान में उर्दू लिक्खूं।

अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायक सुधीर नारायण ने हजारों ख्वाहिश की हर ख्वाहिश कम निकले आदि ग़ालिब की ग़ज़लों को प्रस्तुत किया। संगीत देश दीप शर्मा और राज मैसी पेश किया ने।

 संचालन करते हुए सुशील सरित ने कहा ठंडी ना हो वह आग है गालिब की शायरी /लफ़्ज़ों का एक चिराग़ है ग़ालिब की शायरी /इश्के हकीकी इश्के मजाजी का हर ख्याल /जिसमें निहां वो राग है गालिब की शायरी, पुस्तक पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रोफेसर बीना शर्मा ने कहा कि यह आयोजन विभाजन की दृष्टि से बहुत ही विशिष्ट बन गया है क्योंकि इन देशों के विद्यार्थी खुयताली,जमशेद, शुकुरुल्लाह, सेविंच और शोयरा भी यहां उपस्थित हैं उन्होंने कहा कि यह कृति उन देशों की संस्कृति और भारत से क्या उसका संबंध है इसका जिंदा दस्तावेज हैं।श्री अरुण डंग ने ग़ालिब से संबंधित दार्शनिक तत्वों का विवेचन किया।

 इस अवसर पर अरविंद कपूर,रमेश आनंद,अशोक चौबे ,हर्षित  पाठक,अंकिता श्रीवास्तव विशाल,प्रतिभा तलेगांवर,रिंकू चौरसिया,रवि, मनोरमा शर्मा, विनोद माहेश्वरी,दिनेश श्रीवास्तव, अनिल डंग ,शुभ्रा तालेगांवकर, अनिल शर्मा,अभय चौहान,महेश धाकड़, लिटिल आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।

रिपोर्ट- असलम सलीमी।