जगतगुरु शंकराचार्य ने किया गुरु दीपिका जी योगक्षेम फाउंडेशन की वेबसाइट का लोकार्पण



हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

मथुरा(वृन्दावन) 'गुरु का उद्देश्य शिक्षा के द्वारा लोगों के जीवन को प्रकाशित करना है। वर्तमान परिस्थितियों में हमारी संस्कृति, सभ्यता,शिक्षा तथा मानवता की भावना का लोप हो रहा है और दूसरी ओर लोक कल्याण का भारी दिखावा हो रहा है। इस भेद को मिटाने तथा लोगों के जीवन को प्रकाशित करने के लिए यह संस्था कार्य कर रही है। ज्ञान की ज्योति जगाने तथा मानवता की सेवा करने का कार्य यह संस्था कुशलता पूर्वक करे।' 

 ऐसी हार्दिक शुभकामनाएं गुरुदीपिका योगक्षेम फाउंडेशन की वेबसाइट का लोकार्पण करते हुए ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी ने उक्त उद्गार अभिव्यक्त किये।

 वृंदावन के उड़िया बाबा आश्रम में विराजमान शंकराचार्य जी ने इस अवसर पर फाउंडेशन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं तथा शुभचिंतकों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मानवता की सेवा,ज्ञान के प्रकाश को फैलाने तथा लोककल्याणकारी साहित्य को प्रकाशित करने का जो कार्य फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है तथा भविष्य में किये जाने की योजना है, वह प्रशंसनीय है। 

फाउंडेशन के निदेशक रवि शर्मा ने कहा कि भारत की संस्कृति सदा से मानव सेवा तथा गुरुओं के आदेश का पालन करने वाली रही है। ज्ञान का संरक्षण केवल संतजनों, गुरुओं तथा बुद्धिजीवियों के दिशा निर्देश से ही हो सकता है। आज समाज के कल्याण के लिए इनके प्रवचनों की शरण में जाना आवश्यक है। इन्ही उद्देश्यों की पूर्ति के लिए यह फाउंडेशन पिछले दो वर्षों से कार्य कर रही है।

 आगे जगतगुरु शंकराचार्य ने गो संरक्षण तथा गोचर भूमि के संवर्धन की बात कही तथा 'गावो विश्वस्य मातरः'का संदेश जनजन तक पहुंचाने का आदेश दिया।

 इस अवसर पर विभिन्न राज्यों से आये गोसेवकों को शंकराचार्य जी ने संबोधित किया तथा दिशा निर्देश दिए। देर रात्रि पहुंचे शंकराचार्य जी आज दोपहर 3:00 बजे सड़क मार्ग से सोनीपत के लिए रवाना हो गए।

 इस अवसर पर गुजरात से किशोर दवे शास्त्री, कालिदास महाराज,चेतन महाराज राजस्थान से तीर्थ आनंद जी, स्वामी ज्ञान स्वरूपानंद,अंकित रावल, सत्यनारायण जोशी,सूरजमल सिंह नीमराणा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।