यूपी को वन ट्रिलियन इकोनॉमी का प्रदेश बनाएंगे निर्यातक,सरकार देगी साथ: अमित मोहन प्रसाद



−एक्सपोर्ट सिम्पोजियम 2024 (निर्यात सम्मेलन) में उत्तर प्रदेश सरकार के निर्यात कमिश्नर एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित माेहन प्रसाद ने किया उद्यमियों की समस्या का समाधान 

− बोले,उत्तर प्रदेश एक्सपोर्ट काउंसिल से जुड़ें और पाएं सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ,सरकार देती है सुविधाएं बस लाभ उठाने के लिए करना होगा सही जगह सही आवेदन 

− डीजीएफटी के जॉइंट डायरेक्टर अमित कुमार ने भी दिखाई राह,कहा दस वर्षों में 50 फीसदी बढ़ा उत्तर प्रदेश का निर्यात उद्योग,आगरा है छठवें स्थान पर,होते हैं 197 उत्पाद निर्यात 

− दो दिवसीय सम्मेलन में निर्यात उद्योग से जुड़े दिग्गजों ने रखी अपनी बात, नवांकुर उद्यमी भी बोले,मार्गदर्शन से मिला प्रोत्साहन और उद्यमी के लिए दिशा,उठाएंगे टैक्निकल लाभ 

- एक्सपोर्ट सिम्पोजियम में निर्यातकों ने लिया संकल्प,एक मत से प्रस्ताव हुआ पास राष्ट्र, समाज,प्रकृति को रख ध्यान, करेंगे निर्यात

− नवांकुर निर्यातकों को अनुभव का मिला बल,एक्सपोर्ट सिम्पोजियम 2024 के बाद विश्व बाजार में पर्दापण की करेंगे तैयारी  

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। सरकार औद्योगिक क्रांति के लिए योजनाएं और नीतियां बनाने में कोताही नहीं बरत रही। आवेदन करें और हर योजना का सही लाभ सही समय पर उठाएं। आगरा के प्रतिष्ठित और नवांकुर उद्यमियों को प्रदेश के पहले निर्यात सम्मेलन एक्सपोर्ट सिम्पोजियम 2024 में ये सलाह दी निर्यात कमिश्नर एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने। 

फतेहाबाद रोड स्थित होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में आयोजित दो दिवसीय निर्यात सम्मेलन के समापन पर उद्यमियों की समस्या और समाधान का प्रयास पूरी तरह से किया गया। 

उद्घाटन सत्र के बाद आयोजन समिति के प्रोग्रम कन्वीनर मनीष अग्रवाल(लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव) ने निर्यात सम्मेलन के उद्देश्य को रखा। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सपना लोकल को ग्लोबल बनाना है। इसी स्वप्न को आकार देने के लिए निर्यात सम्मेलन में सकारात्मक पहल की गयी है। आयोजन समिति के कार्डिनेशन चेयरमैन राजेश गोयल (अध्यक्ष नेशनल चैंबर) ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी।  

निर्यात कमिश्नर एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए निर्यात सम्मेलन जैसे आयोजन प्रोत्साहन का कार्य करते हैं। सरकार पूरी तरह से सजग और सकरात्मकता के साथ विश्व पटल पर भारतीय उत्पादों को पहुंचाने और पहचान दिलाने के लिए कार्य कर रही है। उन्हाेंने कहा कि आगरा अभी तक दुनिया में ताजमहल के लिए जाना जाता था किंतु अब आगरा अपने उत्पादों के लिए भी धाक जमा रहा है। उन्होंने बताया कि अन्तरर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों में स्टॉल लगाने पर भी सरकार उद्यमियों को सब्सिडी प्रदान करती है। उन्होंने ये कहते हुए उद्यमियों का उत्साह वर्धन किया कि प्रदेश में औद्योगिक क्रांति के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। 2017 में बैंक लोन एमएसएमई के लिए 28 हजार 117 करोड़ था। वहीं अब 2023− 24 में ये आंकड़ा 2 लाख 25 करोड़ तक पहुंच चुका है। नौ से दस माह में प्रदेश में दस प्लेज पार्कों को स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है और चार बन चुके हैं। प्लेज पार्क के लिए एमएसएमई के तहत एक प्रतिशत साधारण ब्याज पर लोन दिया जा रहा है। 

जो युवा उद्यमी टेक्सटाइल में कार्य करना चाहते हैं उन्हें 60 से 75 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान की जा रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि उद्यमियों को जमीन उपलब्धता में क्लस्टर बेस माडल का प्रस्ताव वे संबंधित विभाग को रखेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एक्सपोर्ट काउंसिल के सदस्य बनें और योजनाओं का लाभ लें। कॉमन फैसिलिटी सेंटर सरकार की अन्य योजनाओं के अन्तर्गत भी बन सकता है। सिर्फ एक ओडीओपी योजना ही नहीं है, सरकार विभिन्न योजनाएं उद्यम विकास के लिए बना चुकी है। रजत अस्थाना और किशोर खन्ना ने निर्यात सम्मेलन को प्रदेश के आर्थिक विकास में मील का पत्थर कहा। 

 धन्यवाद ज्ञापन पर आयोजन समिति के चेयरमैन पूरन डावर (अध्यक्ष एफमेक) ने कहा कि कोई भी देश तभी उन्नति कर सकता है जब वो आर्थिक रूप से स्वतंत्र और विकसित हो। इसलिए ये आवश्यक है कि अपनी सोच सदैव नौकरी करने की नहीं बल्कि देने की बनाएं।  

बड़े विजन के साथ बड़ा प्रयास करें नि्र्यातक−ज्वांइट डीजीएफटी

सम्मेलन में आए ज्वाइंट डीजीएफटी, अमित कुमार ने कहा कि निर्यातकों को ट्रेड मैप रिजिस्ट्रेशन के माध्यम से विश्व व्यापार संगठन से जुड़ी हर प्रमाणिक जानकारी मिल सकती है। निर्यातक ग्रोथ रेट,बायर डिटेल के साथ ग्लोबल मार्केट में उत्पाद की मांग की जानकारी एक क्लिक पर प्राप्त कर सकते हैं।

 जिलेवार उत्पादनों के निर्यात के लिए योजनाएं बनाई जा रही है। सरकार की सकारात्मक नीतियों से पिछले दस वर्षाें में उप्र का निर्यात बाजार 50 फीसदी बढ़ा है। जूते तो जीआई टैग मिला है,जो कि आगरा के लिए बड़ी उपलब्धि है। विभिन्न समस्याओं से जूझते हुए भी आगरा ने प्रदेश के निर्यात में छठवां स्थान प्राप्त किया है। आज आगरा से 367 करोड़ का फुटवियर निर्यात हो रहा है। 

निर्यातकों को नहीं करना होगा परेशानी का सामानाः मारुति शरण चौबे

सम्मेलन के तीसरे सत्र में जीएसटी के एचएसएम (वर्गीकरण) की विसंगतियों को लेकर निर्यातकों द्वारा अपने विषय रखे गए। आगरा मंडल ग्रेड वन मारुति शरण चौबे ने सभी निर्यातकों की समस्या का समाधान किया। कहा कि सरकार व्यापारियों के साथ कदम ताल मिलाकर चल रही है। जिस तरह समस्याएं आती हैं,उसी तरह समाधान के विकल्प भी तैयार होते हैं। यदि सचल दल किसी भी निर्यात उत्पाद को पकड़ता है तो अधिकारियों से संपर्क करें। निर्यातकों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने देंगे।      

ज्वाइंट कमिश्नर बीडी शुक्ला, एडिशनल कमिश्नर ग्रेड टू सर्वजीत, ज्वांइट कमिश्नर प्रमोद कुमार दुबे, सीए निखिल गुप्ता, नीतेश अग्रवाल (आगरा सर्राफा एसोएसिएशन के अध्यक्ष),अरुण जैन(सचिव ब्रश एसोएसिएश), संजीव अग्रवाल(अध्यक्ष आगरा रेडिमेड गारमेंट एसाेसिएशन),लघु भारती के जिलाध्यक्ष विजय गुप्ता, सीए निखिल कुमार ने भी सत्र को संबोधित किया। इसके बाद फॉरेन ट्रेड एंड रिस्क मैनेजमेंट में फियो के अस्सिटेंट डायरेक्टर आलोक कुमार और ईसीजीसी के ब्रांच मैनेजर आशीष वर्मा ने इंश्योरेंस, पेमेंट, सिक्योरिटी और निर्यातकों के रिस्क मैनेजमेंट पर जिज्ञासाओं का समाधान किया। साइबर सिक्योरिटी एंड डिजिटल ट्रेड पर एमएसएमई के कन्सलटेंट अतुल पुरी ने निर्यातकों को इंटरनेट और आनलाइन बैकिंग में सावधान बरतने की सलाह दी। अंतिम सत्र में नये निर्यातकों को प्रतिष्ठित निर्यातक किशाेर खन्ना, रजत अस्थाना, और पूरन डावर ने निर्यात को प्रकृति और समाज, राष्ट्र के लिए समर्पित करने के लिए मार्गदर्शित किया।  

एक्सपोर्ट फाइनेंनसिंग में साझा की गयी लोन सुविधाः

निर्यात सम्मेलन के द्वितीय दिवस के दूसरे सत्र में पीएनबी, एसबीआई के अधिकारियों ने एक्सपोर्ट फाइनेंस के प्रमुख बिंदुओं को रखा। पीएनबी के डीजीएम एसएन गुप्ता, सर्कल हैड अनिल कुमार आहलूवालिया, किरलोस्कर ग्रुप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट संजय ग्रोवर, एसबीआई के डीजीएम राजीव कुमार मिश्र, आलोक (एफआईईओ), आकाश (एसआईडीइीआई) ने अपने विचार रखे। 

निर्यात सम्मेलन की रखी गयी ये मांगें− 

निर्यात सम्मेलन में आगरा  के विभिन्न उद्योगों की प्रमुख समस्याओं को बिंदुवार टैक्निकल कार्डिनेटर राहुल जैन ने प्रदेश सरकार के निर्यात कमिश्नर एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के समक्ष रखा और सरकार के लिए एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें प्रमुख बिंदु ये रहे—

एक जिला एक उत्पाद की सूची में आगरा के दरी−कालीन उद्योग काे भी शामिल किया जाए, ताकि योजनाओं का लाभ मिल सके।  

आगरा में औद्योगिक जमीन की अत्याधिक कमी है। जिसकी वजह से योजनाएं बनकर क्रियांवन में नहीं आ पातीं। 

एक जिला एक उत्पाद में आगरा के अन्य लघु उद्योगों को भी शामिल किया जाए। 

इंडस्ट्री स्कीम को क्लस्टर के रूप में बनाया जाए। 

व्यक्तिगत जमीन पर उद्योग लगाने की छूट मिले। 

उद्योग स्थापना के लिए आवंटित जमीन पर आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा 2500 रुपये वर्ग मीटर शुल्क लिया जाता है। इसमें छूट देकर इसे एक हजार रुपये वर्ग मीटर किया जाए। 

आगरा में प्लेज पार्क योजना आगरा विकास प्राधिकरण के तमाम नियमों के चलते फलिभूत नहीं हो पा रही है। 

इनलैंड कंटेनर डिपो से जुड़ी परेशानी दूर कर ट्रेन सुचारू रूप से चलायी जाए। डबल डेकर फ्रेड ट्रेन चले। 

जीआई टैग मिलने में आने वाली मुश्किलों का समाधान हो और कारपेट, मार्बल इनले,पेठा−दालमोंठ को जीआई टैग मिले तो निर्यात प्रोत्साहन में इजाफा होगा। 

फिरोजाबाद के कलर ग्लास उद्योग को साइंटिस्ट और टैक्निशियन सहित टेस्टिंग लैब की कमी को दूर किया जाए। 

इन उद्यमियों का हुआ सम्मान 

निर्यात सम्मेलन में आगरा के प्रतिष्ठित निर्यातकों के साथ नवांकुर निर्यातकों का सम्मान भी किया गया। डॉ प्रशांत शर्मा, दीपांशी कटकरिया, रजत अस्थाना, किशाेर खन्ना, नितिन गोयल, विशाल अग्रवाल, विवेक अग्रवाल, हेमंत अग्रवाल, नीतेश अग्रवाल, अशोक माहेश्वरी, सिद्धार्थ गुप्ता, राजेंद्र गुप्ता, राजीव गुप्ता को उनके उद्योग जगत में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। आयोजन समिति की ओर होटल प्रबंधन के श्याम कुमार और हर्ष महाजन का आभार व्यक्त किया गया। इसके अलावा मयंक अग्रवाल सहित एसबीआई, ओएनजीसी, लघु उद्योग भारती, नेशनल चैंबर, एफ्मेक, इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन, हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर एसोसिशन, रावी इवेंट, सिडबी, फिओ, ईसीजीसी, कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन, आगरा फ्लोर कवरिंग, आगरा सर्राफा एसोसिएशन, फैक्ट्री ओनर्स एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल, आगरा रेडिमेड गारमेंट एसोसिएशन का आभार व्यक्त किया।

ये रहे आयोजन में उपस्थित:

वरिष्ठ पत्रकार और समिति के संरक्षक आनंद शर्मा, विजय गुप्ता (जिलाध्यक्ष लघु उद्योग भारती), किशोर खन्ना, रजत अस्थाना, प्रहलाद अग्रवाल, श्याम कुमार, दीपक अग्रवाल, सीए अनुज अशोक, राजेंद्र गुप्ता,राममोहन कपूर,केसी जैन,अनिल शर्मा आशीष पचौरी, संजीव अरोड़ा आदि उपस्थित रहे। 

कार्यक्रम का संचालन अमित सूरी और रिपुदमन सिंह ने किया। व्यवस्थाएं दिलीप कुमार, सागर तोमर,अमित यादव आदि ने संभालीं।