अधिवक्ता की मौत के आरोपियों के खिलाफ सिविल कोर्ट आगरा के अधिवक्ताओं का उग्र प्रदर्शन

 


एडवोकेट हरजीत आरोरा के नेतृत्व में प्रदर्शन

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा :4 मार्च,सिविल कोर्ट,आगरा के अधिवक्ताओं ने एकत्रित होकर,गत अधिवक्ता की मौत के आरोपियों के खिलाफ,सिविल कोर्ट आगरा में उग्र प्रदर्शन किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि एक मार्च को वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय श्री सुनील शर्मा जी को शास्त्रीपुरम,सिकंदरा आगरा स्थित उनके आठवीं मंजिल स्थित फ्लैट से षड्यंत्र के तहत फेंककर उनकी हत्या कर दी गई, और आज तक किसी भी दोषी पुलिसकर्मी को जेल नहीं भेजा गया। इससे नाराज अधिवक्ताओं ने प्रभात फेरी निकालकर सभी अधिवक्ताओं को एकत्रित किया व जिला जज की कोर्ट में जाकर काम बंद कराया,तत्पश्चात सभी आक्रोशित अधिवक्ता गेट नंबर 1 पर पहुंचे जिनमें युवा अधिवक्ता काफी आक्रोशित थे और उन्होंने गेट नंबर 1 की तालाबंदी कर दी और सभी पुलिसकर्मियों को बाहर कर दिया व कैदियों को लाने वाली वैन भी करीब आधे घंटे तक गेट के बाहर ही खड़ी रही,तब जिला जज आगरा मौके पर गेट खुलवाने के लिए अन्य जजों व मय पुलिस बल के गेट पर पहुंचे तो उन्होंने गेट खुलवा दिया। तभी अधिवक्ता श्रीमती हरजीत अरोड़ा, ट्रक के आगे सड़क पर ही बैठ गई, जिस पर उनकी जिला जज व अन्य अधिकारियों से तीखी बहस हुई,किंतु फिर भी वो रास्ते से नहीं हटी और जिला जज को बेरंग होकर अधिवक्ताओं के सामने झुकना पड़ा और वहां से चले गए। 

करीब 22 साल बाद दीवानी के गेट पर अधिवक्ताओं द्वारा तालाबंदी की गई। मंगलवार को भी हड़ताल की घोषणा की गई व चेतावनी दी गई कि यदि 24 घंटे के अंदर दोषी पुलिस कर्मियों को जेल नहीं भेजा गया तो पूरा एम जी रोड जाम किया जाएगा।

"24 घंटे के अंदर दोषी पुलिस कर्मियों को जेल भेजा जाना,उक्त मामले की सीबीआई द्वारा जांच के आदेश किया जाना, हमारे सीनियर अधिवक्ता स्वर्गीय श्री सुनील शर्मा जी के परिवार को मुआवजे के रूप में एक करोड रुपए दिए जाएं। यदि ये सभी मांगें पूरी नहीं होंगी,तो हम सभी को हड़ताल पर रहना चाहिए,चाहे हमें चक्का जाम करना पड़े।

हरजीत अरोड़ा,एडवोकेट,सिविल कोर्ट आगरा।

"प्रत्याशी,बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश"