आगरा टैक्सेशन बार एसोसिएशन एवं चार्टर्ड एसोसिएशन,चार्टर्ड अकाउंटेंट की संयुक्त बैठक आयोजित



हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा: आगरा टैक्सेशन बार एसोसिएशन एवं चार्टर्ड एसोसिएशन के कर अधिवक्ताओं तथा चार्टर्ड अकाउंटेंट की एक संयुक्त बैठक आयकर अपीलीय अधिकरण में सयुक्त रूप से अधिकरण के अकाउंट मेंबर रमित कोचर की कार्य प्रणाली, अधिवक्ताओं एवं टैक्स प्रैक्शनर्स के प्रति इनका असम्मानजनक व्यवहार,सरकारी विभाग के प्रति लगाव एवं दूसरे न्यायिक सदस्य अधिकरण से असहमति/मत भिन्नता को लेकर की गई। इस बजह से अभी तक इनके द्वारा पारित निर्णयों से व्यापारियों,कर प्रैक्शनर्स में काफी भय एवं रोष है।

पूर्व की नियुक्ति के शहरो मुम्बई,मद्रास एवं प्रयागराज,में जानकारी करने पर पता चला है कि कही भी अकाउंट मेंबर रमित कोचर का व्यवहार संतोष जनक नहीं रहा हैं। पूरे हिंदुस्तान में 42 केस ऐसे पारित किए गए जिसमें दोनो न्यायिक सदस्यो की राय एकमत नहीं थी,जिसमे 22 केस रमित कोचर के द्वारा पारित किए गए हैं जो तीन सदस्यीय बेंच को ट्रांसफर किए गए हैं।

 बैठक में सर्वसमति से निर्णय लिया गया कि जब तक रमित कोचर आगरा अधिकरण की बेंच में रहेंगे, तब तक कोई भी अधिवक्ता एवं टैक्स प्रैक्शनर्स इनकी कोर्ट में उपस्थित नही होगा। इससे पूर्व रमित कोचर कि पोस्टिग का विरोध आयकर अपीलीय अधिकरण के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष से दिल्ली जाकर कर दिया गया है।

  बैठक में संस्था के पूर्व अध्यक्ष गणों में राजेन्द्र शर्मा, रूप किशोर  -  अग्रवाल,अनिल सहगल,अनिल वर्मा,बृजेन्द्र सिंह बघेल,रजनी कांत,सुभाष अग्रवाल,पंकज गर्ग,नवीन गर्ग,अनुराग सिन्हा,राजीव चंदेल,अशरफ  - अली,नवनीत खंडेलवाल,कृष्ण मुरारी अग्रवाल,जितेंद्र गर्ग,अवनीश मिश्रा एवम सी ए एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष महेश अग्रवाल,सर्वेश बाजपेई, प्रार्थना जालान,राजेश मेलहोत्रा,सुशील माहेश्वरी सहित अन्य शहरो के अधिवक्ता एवं चार्टेड अकाउंटेंट उपस्थित थे।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।