लखनऊ का महापर्व ज्येष्ठ मास के"बड़े मंगल":विश्व के लिए आस्था,सामाजिक समरसता,स्वच्छता-पवित्रता और पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरणादायी



हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

लखनऊ:लखनऊ में बजरंग बली के भक्त,ज्येष्ठ मास के सभी मंगल के दिनों को मंगलमय बनाने के लिए अद्भुत पराक्रम करते दिखाई पड़ते हैं Iलखनऊ की हर गली, हर चौराहे, हर सामाजिक एवं धार्मिक स्थल पर प्रातः काल से सायंकाल हरि इच्छा तक अनवरत चलने बाले भंडारों के व्यवस्थापकों ने कुछ मानक सुनिश्चित किए हैं,जो इन भंडारों की गरिमा को और भी बढ़ाने बाले हैं।

1. भंडारा के लिए एक टोली का निर्माण और भंडारे से पूर्व व्यस्था हेतु उसकी बैठक तथा करणीय सभी कार्यों एवं उनके संयोजकों का निर्धारण।

2. भंडारा स्थल का निर्धारण और ऐसी व्यवस्था बनाना जिससे यातायात को कोई बाधा न पहुँचे।

3. स्थल की स्वच्छता और पवित्रता की समुचित व्यवस्था।

4. चूने द्वारा आवश्यक रेखांकन,  पर्याप्त एवं बड़े कूडे दान,उनके सफाई औऱ देख-रेख की समुचित व्यवस्था।

5. पानी पिलाने के लिए सागर का प्रयोग। प्लास्टिक और उड़ने बाले गिलासों का प्रयोग नहीं करना।

6. प्रसाद के लिए पत्तों के दोने और पत्तल का उपयोग। प्लास्टिक, पन्नी, थर्मोकोल का प्रयोग पूर्णतः वर्जित।

7. यदि कोई गलती से कूडे दान के अतिरिक्त कहीं पर पत्तल,दोना या पानी का पात्र डाल दे तो उसे तत्काल उठाकर कूडे दान में डालने हेतु कार्यकर्ता टोली की सेवा।

8. नगर निगम को सूचित करके दो बार कूडे दान की सफाई हेतु व्यवस्था सुनिश्चित करना।

9. प्रसाद प्राप्त करने बाले सभी को चन्दन या हल्दी-कुमकुम का तिलक करके सम्मानित करना।

10. सभी कार्यों के लिए सेवाभावी टोलियों की योजना और इस हेतु महिलाओं,बहनों,बच्चों एवं युवाओं को अवसर प्रदान करना।

11. भंडारा प्रातः काल बजरंग बली के आह्वान पूजन से प्रारम्भ होकर, सायंकाल प्रसाद पूर्ण होने पर, भंडारे स्थल की पुनः स्वच्छता के बाद बजरंग बली की आरती और प्रस्थान की समुचित व्यवस्था।

लोकभारती ने इस हेतु वर्ष 2021 से भंडारा व्यवस्थापकों,आस्था समूहों,नगर निगम के अधिकारियों,मीडिया बन्धुओं एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ वार्ता,बैठक आदि के द्वारा इस दिशा में आगे बढ़ने की जागरुकता,प्रेरणा और पहल को प्रोत्साहित करने हेतु आयोजन समिति का भी गठन किया है।

✍️ बृजेन्द्र पाल सिंह,राष्ट्रीय संगठन मंत्री"लोक भारती"