काबिलेतारीफ : 102 साल पुरानी कार से आस्ट्रेलियन दंपति निकला,26000 किमी की राइड पर



−लंदन से 20 मार्च 2024 को आरंभ हुई थी कार यात्रा,मेलबर्न में होगा समापन 

−अपने दौर की प्रसिद्ध विंटेज कार बीन से चल रहे हैं लैंग और बेव किडबाय 

−100 वर्ष बाद पुनः लिखा जा रहा ड्राइविंग की दुनिया में इतिहास

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा। उम्र मात्र संख्या है,सही मायने में जो मन से युवा है वो चिर युवा है…इस फलसफे को साकार कर रहे हैं आस्ट्रेलिया निवासी 75 वर्षीय दंपति लैंग और बेव किडबाय। 

सोमवार को सदर बाजार स्थित फ्रीमेसंस हॉल में आस्ट्रेलिया के इस दंपति का जोरदार स्वागत हैरिटेज आटो पार्क, रॉयल कार एक्ससरीज और हैरिटेज मोटरिंग क्लब आफ इंडिया द्वारा किया गया। दरअसल लैंग और बेव किडबाय लंदन से आस्ट्रेलिया तक की 26 हजार किमी की यात्रा पर 102 वर्ष पुरानी विंटेज कार “बीन” से निकले हैं। दंपति ने बताया कि 100 वर्ष पूर्व “बीन” कार ने लंदन से आस्ट्रेलिया तक का सफर तय किया था। उन्हीं मार्गों पर होते हुए एक बार पुनः वो सफर दोहराया जा रहा है। लैंग और बेव किडबाय की शादी को 55 वर्ष हो चुके हैं। बेव आस्ट्रेलियन आर्मी में कार्यरत थे और बचपन से ही एडवेंचर करने के शाैकिन भी। उनके इस शाैक को उनकी पत्नी ने अपनाया और विवाह के बाद आर्मी से रिटायर होकर मरीन व्यवसाय में आ गए। इसके साथ ही शुरुआत की अपने एडवेंचर्स दाम्पत्य के सफर की। 

उन्होंने बताया कि वे विगत 40 वर्षाें से किसी न किसी विशेष यात्रा पर निकल पड़ते हैं। अब तक वे 80 से अधिक देशाें की यात्रा कर चुके हैं। इस राइड में वे 17 देशाें की कुल यात्रा करके मेलबर्न पहुंचेंगे, जिसमें से 14 देशाें की यात्रा पूर्ण हो चुकी है। 

यात्रा के संस्मरण बताते हुए दंपति ने कहा कि पाकिस्तान होते हुए बाघा बार्डर से उन्होंने भारत में प्रवेश किया था। किंतु पत्नी का एयर वीजा होने के कारण उन्हें वापस पाकिस्तान भेज दिया गया। फिर लाहौर होते हुए वे दुबई पहुंची और उसके बाद भारत। 

उन्होंने बताया कि अब तक जितने भी देशाें में पहुंचे हैं,वहां लोगों ने खुले मन से उनका स्वागत एवं सहयोग किया है। आगरा जितना ताजमहल के लिए प्रसिद्ध है उतना ही यहां के लोग आतिथ्य सत्कार के लिए भी जाने जाते हैं। उनका कहना था कि सीमाएं सिर्फ देशाें की होती हैं, वहां की मानवता एक समान ही है। युद्ध राजनीति का हिस्सा हैं किंतु किसी भी देश की जनता में युद्ध की सोच नहीं है। 

स्वागतकर्ता सिद्धार्थ जैन और कन्हैया लाल गोयल ने बताया कि 100 वर्ष पुरानी कार होने के कारण कार में गर्मी से बचाव की व्यवस्था नहीं थी,किंतु आगरा में बीन कार में गर्मी से बचाव के सभी इंतजाम कर दिए गए हैं। आस्ट्रेलियन दंपति आगरा के बाद लखनऊ और वाराणासी होते हुए वे कोलकाता जाएंगे। वर्मा बार्डर में प्रवेश न मिलने के कारण दंपति मलेशिया तक की यात्रा समुद्र के रास्ते तय करेगा। 

आगरा में सिद्धार्थ जैन, कन्हैया लाल गोयल,मोनिका गोयल,वेदपाल धर, कोमिला धर,निमित अग्रवाल, प्रभव आदि ने स्वागत किया।

मौसम का बदलाव भी कम नहीं कर रहा उत्साह :

लंदन के सर्द मौसम से निकलकर विभिन्न देशों और शहरों से होते हुए भारत पहुंचे लैंग और बेव किडबाय गर्मी से थाेड़े परेशान दिखे लेकिन उनका उत्साह कहीं भी कम न था। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में तापमान 55 डिग्री था। कार में भी एसी या पंखे की सुविधा नहीं है। फिर भी विभिन्न देशाें की संस्कृति, वातावरण,लोग,मौसम देखने की इच्छा ही उन्हें यात्रा आगे बढ़ाने को प्रेरित करती है। 

बना चुके हैं हवाई जहाज तक भी :

लैंग और किडबाय इससे पूर्व भी कई रोमांचक यात्राएं कर चुके हैं। 1919 में लंदन से आस्ट्रेलिया तक विकर्स विमी बॉम्बर हवाई जहाज रवाना हुआ था। उसके 100 वर्ष पूर्ण होने पर 1994 में ठीक उसी हवाई जहाज की कॉपी बनाकर उन्होंने यात्रा को दोहराया था। इसके अलावा यूक्रेन से इटली तक 20 देशाें की सीमाएं उन्होंने 20 रशियन आर्मी बाइक से 20 मित्रों के साथ पार की थीं।  

भारत का फूड सबसे खूब :

दुनियाभर के देशाें की हवा,पानी और भाेजन का आनंद लेने के बाद जब दंपति भारत पहुंचा तो यहां के स्वाद ने उनका मन खुश कर दिया। उनका कहना था कि इटली का खाना प्रसिद्ध है वैराएटी है लेकिन स्वाद नहीं है जबकि भारत के भाेजन में रंगों की विविधता जितना ही स्वाद है।