हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल की जेल से रिहाई,मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा और आतिशी को दिल्ली का नया मुख्यमंत्री बनाने का घटनाक्रम किसी थ्रिलर हिंदी फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं है। राजनीति में फिल्मी घटनाक्रम मनोरंजन के दृष्टिकोण से तो ठीक है,किंतु देश की राजधानी दिल्ली और दिल्ली वासियों के लिए एक बुरे स्वप्न के समान सिद्ध होगा। यह प्रतिक्रिया अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने आतिशी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद व्यक्त की।
आगे उन्होंने कहा कि आतिशी का दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना दिल्ली वासियों को वामपंथ के वैचारिक आतंकवाद के हवाले करने और दिल्ली को बर्बाद करने का इस एक षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि वामपंथी विचारधारा की पोषक हिन्दू महाविद्यालय में इतिहास की शिक्षिका रही तृप्ता वाही की पुत्री आतिशी की परवरिश वामपंथी विचारधारा के परिवेश में हुई। तृप्ता वाही का नाम संसद हमले के मास्टरमाइंड दुर्दांत आतंकवादी अफजल को फांसी से बचाने के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखने वालों की फेहरिस्त में जुड़ा था। उन्होंने आतिशी के मुख्यमंत्री बनने से देश की राजधानी दिल्ली की हिन्दू विरोधी और राष्ट्र विरोधी तत्वों का गढ़ बनने की आशंका जताते हुए कहा कि दिल्लीवासी आतिशी को किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे और आम आदमी पार्टी का दिल्ली विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ़ कर देंगे। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी आम आदमी पार्टी के ताबूत की आखिरी कील सिद्ध होंगी।