चिंतामणि कुंज में सैंकड़ों कन्या-लांगुराओं के पूजन-अर्चन के साथ संपन्न हुआ शतचंडी महायज्ञ

 


हिन्दुस्तान वार्ता। डॉ.गोपाल चतुर्वेदी

वृन्दावन।छटीकरा रोड़ स्थित चिंतामणि कुंज में शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष्य में महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यानंद महाराज के पावन सानिध्य में चल रहा शतचंडी महायज्ञ अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।जिसके अंतर्गत सैकड़ों कन्या-लांगुराओं का पूजन-अर्चन कर उन्हें भोजन प्रसाद ग्रहण कराया गया।साथ ही उन्हें वस्त्र, दक्षिणा एवं अनेक उपहार भी वितरित किए गए।

चिंतामणि कुंज के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी डॉ.आदित्यानंद महाराज ने कहा कि नवरात्रों में कन्या पूजन का विशेष महत्व है।इससे मां भगवती शीघ्र ही प्रसन्न होकर भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करती हैं।इसीलिए चिंतामणि कुंज में वर्ष के दोनों नवरात्रों में शतचंडी महायज्ञ करने एवं कन्या - लांगुराओं का पूजन अर्चन व भोजन प्रसाद ग्रहण कराया जाता है।

ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ.गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि चिंतामणि कुंज श्रीधाम वृन्दावन का सिद्ध स्थल है। यहां प्रतिष्ठित देवी की प्रतिमा अत्यंत प्राचीन व चमत्कारी है। इसीलिए देश ही नहीं अपितु विदेशों तक के भक्त भी यहां दर्शनों के लिए निरंतर आते रहते हैं।

प्रमुख समाजसेवी एडवोकेट महेंद्र सिंह ने कहा कि नवरात्रों में कन्या पूजन करने से भक्तों को मां दुर्गा की अनन्त कृपा और आशीर्वाद मिलता है।साथ ही भक्तों को रोगों व दुखों से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है।

इस अवसर पर सांसद हेमा मालिनी के प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा, आचार्य पीठाधीश्वर स्वामी यदुनंदनाचार्य महाराज, सनातन संस्कार धाम के अध्यक्ष आचार्य रामविलास चतुर्वेदी,भागवत मन्दिरम् के संस्थापक आचार्य बद्रीश महाराज,युवा साहित्यकार डॉ.राधाकांत शर्मा, मस्तराम गौतम आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।महोत्सव का समापन संत, ब्रजवासी,वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।