याद-ए-मैकश के अर्न्तगत ख्वाजा इफ्तिखार अहमद मैकश
अवार्ड से सम्मानित
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा : नगर की सम्मानित संस्था "बज़्म-ए-मैकश" ने उर्दू भाषा व साहित्य की उल्लेखनीय सेवा के लिये डा० ख्वाजा इफ्तिखार अहमद को उर्दू भाषा व साहित्य के संवर्धन व विकास के लिये प्रसिद सूफी शायर मनीषी व आलिम हजरत अल्लामा मैकश अकबराबादी की स्मृति में संस्थापित २०२५ के निये 29 वाँ राष्ट्रीय मैकश अवार्ड से सम्मानित किया गया। स्थानीय होटल ग्रांड में आयोजित भव्य समारोह में उर्दू के विद्वान डॉ० इफ्तिखार अहमद को संस्था के संरक्षक अजमल अली शाह नियाजी़ ने शाल व ट्राफी पेश किया। सिपासनामा ( मानपत्र) सय्यद फैज़ अली
शाह ने भेट किया।
संस्था की महासचिव प्रो० डा० नसरीन बेगम ने संस्था की रिपोर्ट प्रस्तुत की व इफ्तिखार अहमद का परिचय कराया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेमिनार हुया। जिसक विषय था "नकद-ए-इकबाल और तसव्वुफ़" इस विषय पर डा० अबदुल बारी, सहसम्पादक उर्दू दुनिया, राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद (NC PUL) भारत सरकार और हक्कानी अलकासमी मुशीर, उर्दू दुनिया NCPUL, ने शोध पत्र प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि पूर्व अध्यक्ष उर्दू जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली थे । इस अवसर पर उर्दू में अधिक नम्बर लाने वाले छात्र- छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर प्रो० डा० नसरीन बेगम की पुस्तक "जोश मलिहाबादी की शायरी: तन्कीदी जायज़ा" का विमोचन भी हुआ। इस मौके पर आगरा के सम्मानित लोग मौजूद थे। यह प्रोग्राम सिर्फ अवार्ड ही नहीं मोहब्बत का सन्देश भी देता है।
प्रोग्राम का संचालन बज्म-ए मैकश की महासचिव प्रो० (डा०) नसरीन बेगम ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सय्यद फैज़ अली शाह नियाज़ी कादरी ने दिया।
मुख्य रूप से शहिद नदीम, हाजी अल्ताफ हुसैन, निसार अहमद, हाजी इम्तियाज़, जा़हिद हुसैन, सय्यद महमूद उज़्ज़मा ,समी अगाई ,सय्यद मसूद, सय्यद श्मीम अहमद ,सय्यद अश्फाक अहमद ,सय्यद मोहतश्मि अली शाह ,अख्तर उवैसी ,विजय शर्मा, दानिश ,डॉ सादीया शमसी, खावर हाश्मी, सईद माहिर अकबराबादी, डॉ इरशाद अहमद, जमाल अहमद, एजाज़, सनी, अफज़ल ,अमीर अहमद, अनिल शर्मा, अरुन डंग ,तालिब, शाहरुख, अफरीन, अबीदा, आमिर ,मौहम्मद आदिल, अज़हर उमरी, इस्माइल खाँ, असगर दिल्ली से ,डॉ नईमा जाफरी ,पाशा आदि शहर आगरा के उर्दू प्रेमी और साहित्यक लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट -असलम सलीमी