आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण प्रकल्प मानवता की सेवा में होगा सहायक
हिन्दुस्तान वार्ता डॉ.गोपाल चतुर्वेदी
वृन्दावन। रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम अस्पताल के सेवा प्रकल्पों में बुधवार को एक नया अध्याय जुड़ गया,जब मिशन के परमाध्यक्ष स्वामी गौतमानंद महाराज के करकमलों से अस्पताल में 100 शैया के आधुनिक विस्तारित भवन का लोकार्पण हुआ।
बेलूर मठ से पधारे वयोवृद्ध स्वामी गौतमानंद ने सर्वप्रथम स्वामी रामकृष्ण परमहंस, माँ शारदा और स्वामी विवेकानंद के चित्रपट पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलन कर स्तुति की। इसके बाद अस्पातल में चल रहे विविध सेवा प्रकल्पों का निरीक्षण किया। तत्पश्चात उन्होंने क्षेत्र में आधुनिकतम 100 शैया के विस्तारित भवन का लोकार्पण वैदिक मंत्रोच्चारण और ठाकुर रामकृष्ण तथा राधारानी के जयकारों के मध्य किया। इस दौरान उनके साथ मठ से जुड़े देशभर से आए लगभग 70 साधुगण मौजूद रहे।
तत्पश्चात स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह में आयोजित समारोह में बोलते हुए स्वामी गौतमानंद महाराज ने कहा कि आप चाहे साधु हों या गृहस्थ, केवल भगवद अर्पित कर्म से ही ईश्वर का दर्शन संभव है। हमारे पूर्वाचायों द्वारा बताया गया त्याग और सेवा का मार्ग ही ईश्वर के अनुगमन और अभ्युदय का मार्ग है। मिशन के सेवा कार्यों में गृहस्थों और संन्यासियों का ऐसा समन्वय, सौहार्द अन्यत्र देखने को नहीं मिलता। वास्तम में त्याग, सेवा और आध्यात्म ही सेवा मिशन का परम लक्ष्य है।
रामकृष्ण मिशन लखनऊ के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानंद ने कहा कि यह अस्पताल हमारी दिव्यत्रयी के आशीर्वाद से परिपुष्ट है। जिनके आशीर्वाद से ही इसका निरंतर विस्तार और विकास संभव हो पा रहा है।
रामकृष्ण मिशन दिल्ली के सचिव स्वामी सर्वलोकानंद महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि विस्तार ही जीवन है और संकुचन ही मृत्यु। मिशन द्वारा सेवा भावना को लक्ष्य मानकर जो निःस्वार्थ और निष्काम मानवता के प्रति समर्पित कर्म किया जा रहा है, उसकी का परिणाम है कि मिशन 117 वर्षों में सेवा का वटवृक्ष बन चुका है।
अस्पताल के सेवा प्रकल्पों में सहायक भारत सेवा संस्थान के ललित ग्रोवर ने कहा कि हम मिशन के निष्पक्ष और ईमानदार सेवा कार्यों से जुड़कर गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं।
रेल विकास निगम लि.के अनिल महतो ने कहा कि मिशन की सेवा भावना से प्रभावित होकर अभी तक निगम द्वारा 110 करोड़ रुपयों की सीएसआर फंड से मदद निगम द्वारा की गई है। कोटक महिंद्रा के कु. आशीष ने कहा कि सेवा तो हमारे संस्कारों में है और ऐसी सेवा परायण संस्था से जुड़ना हमारे लिए गर्व और हर्ष का विषय है।
इससे पूर्व मिशन के सचिव स्वामी सुप्रकाशानंद महाराज ने अतिथियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि अब निकटवर्ती क्षेत्रों में मानवता के प्रति सेवा कार्य करने में हमें और अधिक व्यापकता तथा सहायता मिलेगी। स्वामी गौतमानंद के करकमलों से इस प्रकल्प का लोकार्पण होना अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण हैं। उनकी उपस्थिति हमारे लिए स्वयं ठाकुर रामकृष्ण की उपस्थिति के समान है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सह सचिव स्वामी कालीकृष्णानंद महाराज ने बताया कि हमारी सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने में 100 शैयाओं की बढ़ोत्तरी काफी कारगर होगी। उन्होंने कहा कि शारदा ब्लॉक में नवनिर्मित द्वितीय और तृतीय तल पर 25 शैयाओं का वातानुकूलित ऑन्कोलॉजी जनरल वार्ड, 13 शैयाओं का डायलसिस यूनिट, 22 शैयाओं वाला सर्जिकल आईसीयू, 10 शैयाओं वाला आईसीसीयू, 29 डीलक्स कक्ष और चार सुइट कक्ष हैं। जिससे अब बीमाधारी रोगियों, सरकारी और सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारियों और कैशलैस सुविधा लेने वाले रोगीजनों को भी अधिक संजीदगी से स्वीकार कर सकेंगें।
इससे पूर्व स्वामी गीतेशानंद महाराज ने अखियां हरि दर्शन को प्यासी भजन का शास्त्रीय शैली में गायन कर वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया।
इस अवसर पर स्वामी ओजोमयानंद, स्वामी देवतानंद, स्वामी महेशानंद सरस्वती,डॉ.विनोद बनर्जी, अभय वशिष्ठ, डॉ. थानसिंह तोमर, डॉ. प्रशान्त पाठक, पारुल रॉबर्ट, श्याम कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।