हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
हाथरस : गॉयल सिटी हॉस्पिटल,आगरा ने आईएमए हाथरस के साथ मिलकर एक सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रम का आयोजन किया।जिसका उद्देश्य आधुनिक चिकित्सा तकनीकों की जानकारी साझा करना और चिकित्सा क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम में डॉ.मेघल गोयल ने रोबोटिक्स तकनीक द्वारा जोड़ प्रत्यारोपण में हो रहे क्रांतिकारी बदलावों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि
• रोबोटिक सर्जरी से अत्यधिक सटीकता (precision) संभव होती है,जिससे प्रत्यारोपण अधिक सफल और दीर्घकालिक बनता है।
• यह तकनीक कम चीरा लगने और कम रक्तस्राव जैसी minimally invasive surgery को संभव बनाती है।
• मरीजों को तेजी से ठीक होने,कम दर्द और छोटी हॉस्पिटल में रहने की अवधि जैसे फायदे मिलते हैं।
• सर्जनों को बेहतर 3D विज़न और नियंत्रण मिलता है,जिससे ऑपरेशन की गुणवत्ता बढ़ती है।
इसके बाद डॉ.रचना अग्रवाल ने महिलाओं में मीनोपॉज से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं पर जानकारी दी।उन्होंने बताया कि कैसे कॉस्मेटिक लेज़र सर्जरी महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना सकती है।
डॉ.विकास मित्तल ने गुदा संबंधी रोगों एवं वेरीकोज़ वेन्स के उपचार में लेज़र सर्जरी की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि लेज़र तकनीक से बिना अधिक दर्द या बड़े चीरे के प्रभावी इलाज संभव है।
अंत में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.मुकेश गोयल ने मरीजों व उनके परिजनों से संवाद और चिकित्सकों व स्टाफ के आपसी व्यवहार में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अच्छी चिकित्सा सेवा केवल तकनीक से नहीं बल्कि बेहतर मानवीय व्यवहार से भी संभव होती है।