आमजन की जगह पर नगर निगम चला रहा अवैध पार्किंग,50 रुपए चार पहिया और 20 रुपए दोपहिया वाहनों के प्रतिदिन,प्रापर्टी के मालिकों को भी नहीं बख्शा जा रहा
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा। संजय प्लेस में सभी ब्लॉक के निर्मित रेजिडेंशियल व कमर्शियल प्रतिष्ठानों की कीमत के साथ पार्किंग की कीमत भी एडीए को रजिस्ट्री के साथ अदा की गई। लेकिन आज नगर निगम आमजन की जगह पर अपनी पार्किंग चला रहा है। यहां तक की संजय प्लेस में प्रतिष्ठान मालिकों को भी प्रतिदिन 20 रुपए दोपहिया व 50 रुपए चार पहिया के लिए अदा करना पड़ रहा है। संजय प्लेस में चल रही लगभग 100 पार्किंग में सिर्फ प्रभावशाली व ऊंची पहुंच रखने वाले कुछ ही स्थानों (सीडीओ ऑफिस, जीएसटी ऑफिस, इनकम टैक्स ऑफिस, जूता मार्केट) को छोड़ा गया है। बंधन बैंक के पास तो सड़क पर गाड़ी खड़ी करने वालों से भी शुल्क वसूला जा रहा है। हर रोज अपने प्रतिष्ठान आने वाले व वहां काम करने वाले कर्मचारियों के लिए यह मोटा खर्चा बन गया है।
यह पीड़ा आज संजय प्लेस स्थित आहार रेस्टरां में आयोजित प्रतिष्ठान मालिकों ने बयां की। संस्कार भारती के अध्यक्ष व आर्केटेक्ट राजीव द्विवेदी ने बताया कि लगभग 1980 में संजय प्लेस बनना प्रारम्भ हुआ था। फाइनेंशियल और फिजिकल प्लानिंग के लिए किरलोसकर कम्पनी (पूना) के कंसलटेंट अपॉइंट हुए थे। निमानुसार शहर में प्लॉट में 35 प्रतिशत व मल्टीस्टोरी में 65 प्रतिशत क्षेत्र खाली छोड़ना होता है। इसमें पार्किंग भी शामिल होती, जिसमें नगर निगम ठेका नहीं उठा सकता। संजय प्लेस की नियमावली बाकी शहर से अलग है। संजय प्लेस में सभी ब्लॉक के साथ कॉमन पार्किंग दी गई, जिसे एडीए के प्लान में जारी किया गया। प्रतिष्ठानों के साथ उस कॉमन जगह की कीमत भी अदा की गई थी। परन्तु आज प्रतिष्ठान मालिकों को अपनी ही जगह पर गाड़ी खड़ी करने के लिए कीमत अदा करनी पड़ रही है। नगर निगम से आरटीआई में जानकारी मांगी गई,अभी तक वह भी उपलब्ध नहीं कराई गई है।
पूर्व नगरायुक्त टीकाराम फुंडे से मीटिंग करके तय किया गया था कि संजय प्लेस के प्रतिष्ठान मालिकों से पार्किंग की पैसा नहीं लिया जाएगा। वर्तमान में नगरायुक्त सुरेन्द्र यादव से हुआ फोन पर वार्ता में उन्होंने प्रतिष्ठान मालिकों व कर्मचारियों के लिए पार्किंग फ्री रखने को कहा था। लगभग तीन महीने बीत गए परन्तु सभी से 50 रुपए चारपहिया व 20 रुपए दोपहिया के वसूले जा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य रूप से भानु भूषण श्रीवास्तव,अजय गोयल,राहुल गुप्ता,विनीत कालरा,निर्भय मित्तल,रोहित दुआ,नितिन लालवानी,सुशांत सिंहल,संदीप अरोड़ा आदि मौजूद थे।
सवाल :
-जब प्रतिष्ठान मालिक पार्किंग की कीमत अदा कर चुके हैं तो पिर शुल्क कैसा।
- नगर निगम अपनी पार्किंग को व्यवस्थित क्यों नहीं करता।
- संजय प्लेस के प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों प्रतिदिन 20 रुपए किस तरह अदा कर पाना व्यवहारिक नहीं है।
- जीएसटी,इनकमटैक्स,सीडीओ जैसे विभागों ने अपनी पार्किंग में बाउंड्री करके अपने हिस्से में शामिल कर लिया है। ऐसे में विभागों की छुट्टी वाले दिन पार्किंग का कोई उपयोग नहीं हो पाता।
- कॉसमॉस मॉल के व बंधन बैंक के पास जैसे कुछ स्थानों पर सड़क पर गाड़ी पार्क करने की कीमत भी वसूली जा रही है। एडीए ने कभी कोई शुल्क नहीं लगाया।
संजय प्लेस के प्रतिष्ठान मालिकों ने कहा कि जब तक यह पार्किंग की जगहें आगरा विकास प्राधिकरण के पास रहीं तब तक उन्होंने कोई शुल्क नहीं लगाया गया। महापौर ने भी नगर आयुक्त को लिखे पत्र लिखकर आपत्ति की है। इसे निरस्त करने के आदेश दिए हैं। संजय प्लेस के प्रतिष्ठान मालिकों से एक भेंट में नगर आयुक्त स्वयं भी अपर नगर आयुक्त को शुल्क न लेने के लिए बोल चुके हैं। किंतु उनके द्वारा ठेकेदार का साथ दिए जाने के कारण कोई कार्यवाही नही हो पा रही है। पिछले दशकों से सोसाइटी द्वारा अपने कर्मचारियों के माध्यम से इन पार्किंग का पब्लिक से बिना किसी शुल्क के सफलता पूर्वक रखरखाव किया जा रहा था। ठेकेदार ने महिला कर्मचारियों को भी रखा है जो ब्लॉक की महिलाओं के साथ बदसलूकी कर रही हैं। इससे महिला कर्मचारियों में भय व्याप्त है और वह संजय प्लेस को अब सुरक्षित स्थान नहीं मान रही है। संजय प्लेस से बाहर नौकरी तलाश रही हैं।