हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
नई दिल्ली। दुनिया भर में सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा (वेसाक दिवस) का पावन पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान विभिन्न देशों में स्थित भारतीय मिशनों ने भव्य कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें भारतीय मूल के लोगों के साथ ही स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर वियतनाम में 10 लाख से अधिक लोगों ने बुद्ध के पवित्र अवशेषों के दर्शन किए, जिन्हें 2 से 21 मई तक श्रद्धालुओं के दर्शन-पूजन के लिए भारत से विशेष तौर पर भेजा गया है।
हनोई स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा वेसाक दिवस पर प्रतिष्ठित हनोई ओपेरा हाउस में त्रिसारा परफॉर्मिंग आर्ट डांस ग्रुप,नई दिल्ली द्वारा प्रस्तुत शानदार नृत्य-नाटक ‘गौतम बुद्ध की यात्रा’ ने वियतनामी और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी।
वहीं दूसरी ओर श्रीलंका स्थित भारतीय उच्चायोग ने कोलंबो स्थित स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केंद्र और बिहार संग्रहालय, पटना के सहयोग से बुद्ध रश्मि राष्ट्रीय वेसाक महोत्सव के हिस्से के रूप में सीमामलकाया, गंगारामया मंदिर में 'धम्म रूप' नामक एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया। श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त संतोष झा ने श्रीलंकाई प्रधानमंत्री डॉ. हरिनी अमरसूर्या के साथ प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
थाईलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने विशाखा बुचा दिवस (बुद्ध पूर्णिमा) की बधाई देते हुए एक ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा भारत में पवित्र बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाने वाला यह त्यौहार थाईलैंड के साथ भारत के स्थायी आध्यात्मिक बंधन का प्रमाण है। इसके अलावा नेपाल, भूटान, बर्मा, तिब्बत, कोरिया, लाओस, वियतनाम, मंगोलिया, कंबोडिया, सिंगापुर और इंडोनेशिया में भी बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विदेश मंत्री डॉ. एस.जयशंकर ने ‘एक्स’ पर लिखा इस वेसाक दिवस पर वियतनाम में 10 लाख से अधिक लोगों को भारत से आए बौद्ध पवित्र अवशेषों के प्रति सम्मान प्रकट करते और प्रार्थना करते देखकर मैं भी बहुत प्रभावित हुआ। यह वास्तव में हमारे सदियों पुराने जुड़ाव, साझा संस्कृति और विशेष संबंधों का स्पष्ट प्रतिबिंब है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)