यूपी वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन ने रामाडा बाय विंडहम में आयोजित की इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज़,ट्रेंड्स,चुनौतियाँ और अवसर” पर सेमिनार
होटल व इवेंट,वेडिंग इंडस्ट्री ने रखे सुझाव, अलीगढ़ को मिले वेडिंग थीम पार्क, आसपास के जनपद और जिलों का जुड़ाव अलीगढ़ को देगा सेक्टर में बढ़त,सरकार से सहयोग की मांग
स्थानीय स्वाद,संस्कृति ,प्रकृति संग सजावट और टेक्नोलॉजी का समावेश,अलीगढ़ को मिलेगा नया वेडिंग कल्चर
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
अलीगढ़। जीटी रोड स्थित रामाडा बाय विंडहम में मंगलवार को यूपी वेडिंग इंडस्ट्री एसोसिएशन की ओर से आयोजित सेमिनार “इंडियन वेडिंग इंडस्ट्रीज़-ट्रेंड्स,चुनौतियाँ और अवसर” में इंडस्ट्री से जुड़े विशेषज्ञों ने अलीगढ़ को डेस्टिनेशन वेडिंग का नया केंद्र बनाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश अध्यक्ष मनीष अग्रवाल रावी,महासचिव संदीप उपाध्याय,उपाध्यक्ष सौरभ सिंघल,पंकज गोयल, वरिष्ठ उद्यमी शांतनु गर्ग, हर्ष सिसोदिया और कमलप्रीत सिंह गजेंद्र सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया।
प्रदेश अध्यक्ष मनीष अग्रवाल रावी ने कहा कि अलीगढ़ इतिहास, परंपरा और संस्कृति से संपन्न है और उद्योगों की दृष्टि से भी तेज़ी से उभर रहा है। एनसीआर से सबसे मजबूत कनेक्टिविटी इसे खास बनाती है। उन्होंने कहा यदि हम संगठित होकर स्थानीय वेडिंग इंडस्ट्री को आगे बढ़ाएं तो अलीगढ़ पूरे देश में नई पहचान बना सकता है। सरकार जल्द ही 12 और 28 प्रतिशत जीएसटी स्लैब में बदलाव करने जा रही है। ऐसे में वेडिंग इंडस्ट्री को 5 प्रतिशत स्लैब में शामिल करना आवश्यक है। इससे न सिर्फ रोजगार बढ़ेगा बल्कि पारदर्शिता भी आएगी। हमारी मांग है कि अलीगढ़ के गौरवशाली इतिहास को आधार बनाकर यहां वेडिंग थीम पार्क या मैरिज वेन्यू स्थापित किया जाए।
महासचिव संदीप उपाध्याय ने कहा कि अलीगढ़ पहले से ही इंडस्ट्रियल हब के रूप में पहचान बना चुका है।
शहर में लगातार नए वेन्यू बढ़ रहे हैं लेकिन अब और अधिक शादी वेन्यू की जरूरत है। अगर लोग अपने ही शहर में डेस्टिनेशन वेडिंग का अनुभव करेंगे तो बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। हमें इस दिशा में लोगों को जागरूक करना होगा।
फूड एक्सपर्ट विवेक प्रेमी कैटर्स एवं पंकज गोयल ने कहा कि वैवाहिक आयोजनों में भोजन को लेकर लोगों की सोच बदली है। उन्होंने कहा कि अब लोग हेल्दी और इको-फ्रेंडली भोजन को प्राथमिकता देते हैं। प्लास्टिक के बजाय बायोडिग्रेडेबल कटलरी का इस्तेमाल बढ़ा है और लोग भोजन की बर्बादी रोकने के प्रति सजग हो रहे हैं। हमारा सुझाव है कि जहां शादी हो, उस क्षेत्र का स्थानीय स्वाद जरूर शामिल किया जाए। इससे मेहमानों को अपनत्व का अनुभव होता है और बाहर से आए अतिथि भी नए स्वाद का आनंद ले सकते हैं।
वेडिंग डेकोरेटर एक्सपर्ट सौरभ सिंघल एवं संजय मल्होत्रा ने कहा कि आजकल शादियों में नेचर-फ्रेंडली सजावट का चलन है। री-यूजेबल और बायोडिग्रेडेबल सामग्री, फूल-पौधे और नेचर रिप्रेजेंट करने वाले रंग अब डेकोरेशन का हिस्सा बन गए हैं। पर्सनलाइज्ड ब्राइड-ग्रूम थीम भी खास मांग में है। शादी का रंग और शोर हमारी विरासत है और हमेशा रहेगा। हर शादी एक नया अध्याय है। टूल्स बदलते हैं, लेकिन दिल वही रहता है—किसी के सबसे खास दिन को अविस्मरणीय बनाना। जब दूल्हा-दुल्हन खुश होते हैं तो लगता है हमने केवल एक इवेंट नहीं बल्कि एक याद बना दी।
एंटरटेनमेंट एक्सपर्ट कमलप्रीत सिंह एवं मनीष गुप्ता ने कहा कि अब लोग शादी में पारंपरिक ऑर्केस्ट्रा के बजाय इंटीग्रेटेड डीजे और सूफी नाइट्स को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। सेलिब्रिटी आर्टिस्ट्स का चलन भी काफी बढ़ा है। लोग चाहते हैं कि उनकी शादी का एंटरटेनमेंट अलग और यादगार हो।
वरिष्ठ होटल उद्यमी शांतनु गर्ग ने अपने संबोधन में कहा कि अलीगढ़ का भौगोलिक स्थान इसे डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए आदर्श बनाता है। यहां होटल, वेन्यू और आधुनिक सुविधाओं का विकास तेजी से हो रहा है। यदि सरकार सहयोग दे तो अलीगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर वेडिंग डेस्टिनेशन की पहचान मिल सकती है।
होटल इंडस्ट्री एक्सपर्ट गजेंद्र सिंह ने अलीगढ़ के पास आगरा और नोएडा को बड़ा बाजार बताया। कहा कि अगर हम इन दोनों को ध्यान में रखते हुए होटल इंडस्ट्री के पैकेज तैयार करें तो अलीगढ़ डेस्टिनेशन वेडिंग की पहली पसंद बन सकता है।
सेमिनार का संयोजन अनिल सविता और सागर तोमर ने किया। इस अवसर पर मनीष गुप्ता, संजय मल्होत्रा, अंगद सिंह, रेनू शर्मा, रिंकू अरोड़ा, सौरभ अग्रवाल, नीरज पाठक, विवेक, पंकज अग्रवाल, सूरज अग्रवाल, दानिश, अमर माथुर, विशाल, आकाश, राहुल गौर, संदीप सिकरवार आदि उपस्थित रहे।