गणपति स्मार्ट सिटी में बड़े श्रद्धाभाव से मनाई गई हरतालिका तीज



हस्त नक्षत्र में सुहागिनों ने किया शिव-पार्वती का पूजन,घरों में गूंजे मंगल गीत

हिन्दुस्तान वार्ता। रविन्द्र दुबे

आगरा : गणपति स्मार्ट सिटी सिकंदरा में हरियाली तीज के पावन पर्व पर मंगलवार को पूरे सोसाइटी में आस्था और उत्साह का अनोखा संगम देखने को मिला। सुहागिनों ने निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी आयु,अखंड सौभाग्य और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। सोसाइटी स्थित मंदिर में दोपहर में सभी महिलाओं ने एक साथ पूजा अर्चना की। मंदिर के पुजारी अजीत दीक्षित जी ने भगवान शिव जी एवं पार्वती जी की बालू रेत की प्रतिमा मंडप में स्थापित करके भगवान शिव जी और पार्वती जी की कथा सुनाई,जिससे महिलाओं में भक्ति और श्रद्धा का वातावरण छाया रहा।

महिलाएं सुबह से ही निर्जला उपवास कर दोपहर को सुहागिन महिलाएं सज धज कर शिव मंदिर प्रांगण में पहुंची। इसके बाद पंडित जी के द्बारा विधिवत पूजा अर्चना की गई। उसके बाद महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाया। हरतालिका शब्द संस्कृत के दो शब्दों से लिया गया है, हरत जिसका अर्थ है अपहरण और आलिका जिसका अर्थ है महिला मित्र। पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी पार्वती जी,भगवान शिवजी को अपना पति मानने के बाद उनकी तपस्या में लीन हो गईं थीं,उन्हें उनकी सहेलियों ने अगवा कर लिया और जंगल में ले गईं। पार्वती जी अभी अपने पिता के भगवान विष्णु के सामने विवाह के प्रस्ताव के लिए तैयार नहीं थीं। हरतालिका तीज के दिन पार्वती जी ने मिट्टी से भगवान शिव जी की मूर्ति बनाई और उनकी पूजा की। भगवान शिव जी उनकी पूजा से प्रसन्न हुए और उनसे विवाह करने का वचन दिया। बाद में पार्वती जी के पिता हिमालय ने भी विवाह को मंजूरी दे दी। हरतालिका तीज का व्रत रखने से भक्तों की मनोकामनाएं तुरंत पूरी होती हैं।

सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर महिलाओं ने श्रद्धा अनुसार अपने पति की लंबी आयु के लिए हरितालिका तीज व्रत का संकल्प लिया और पूरे दिन निर्जला रहकर भगवान शिव-पार्वती की आराधना की।

महिलाओं ने दीप प्रज्वलित कर पति की दीर्घायु और पारिवारिक समृद्धि की प्रार्थना की।श्रद्धालुओं ने बेलपत्र, धतूरा, पुष्प और फल प्रसाद अर्पित कर भगवान शिव-पार्वती जी का पूजन किया। शाम को मंदिर और घरों दोनों जगहों पर भजन-कीर्तन व मंगल गीतों का आयोजन हुआ। 

भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। इस बार तीज हस्त नक्षत्र में पड़ी,जिसे अत्यंत शुभ माना जाता है।

धार्मिक मान्यता है कि जब तीज हस्त नक्षत्र में आती है, तो उसका फल अनेक गुना बढ़ जाता है। इसी आस्था के साथ महिलाओं ने पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर भगवान शिवजी और माता पार्वती जी की पूजा की।

इस अवसर पर सोसाइटी के समाजसेवी अखिलेश मिश्रा, शशिकांत दुबे, हर्षित सिन्हा,आर के राठौर आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।