हिन्दुस्तान वार्ता।
मथुरा।विगत कुछ समय से महान सम्राट महाराणा प्रताप जी की जयंती पर अवकाश की मांग कई संगठन, सवर्ण संगठन उठा रहे हैं।
महाराणा प्रताप एक समाज के लिए नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत की अखंडता के लिए जंगल में रहे ,घास की रोटी तक खाई,लेकिन अपना स्वाभिमान नहीं छोडा। ये उद्गार रा. करणी सेना के जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह राजावत के हैं। वे एक सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 70 साल से चली आ रही जातिगत राजनीति के चलते, महाराणा जी को वो सम्मान नही मिल पाया,जिसके वो हकदार थे।
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना मथुरा के कार्यकर्ताओं द्वारा महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर अवकाश की मांग की गई। अन्यथा एक बड़े आंदोलन की बात कही गई, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह राजावत, मीडिया प्रभारी ठाकुर धर्म सिंह व्रजवासी एवं जिला संगठन कुंवर विष्णु सिंह राजपूत ने कहा कि जो समाज 43 गढ़ 8.700 किले और 40. लाख. एकड़ जमीन 565 रियासत देने के बाद अपने हक के लिए नहीं लड़ पा रहा ,समाज को हक अधिकार की लडाई के लिए आगे आना होगा, 9 मई हमको राष्ट्रीय अवकाश चाहिए। ये सरकार से अपील है कि हमारी सुनवाई करें।
रिपोर्ट-ठा.धर्म सिंह ब्रजवासी