− नृत्य ज्योति कथक केंद्र का 14 वां कथक महोत्सव होगा सूरसदन में
− शिव से शिवत्व की ओर थीम पर होगा इस बार का कथक महोत्सव।
− 05 से 50 वर्ष तक के हैं प्रतिभागी, महिलाएं देंगी पहली बार प्रस्तुति।
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा। विगत 20 वर्षाें से अनवरत कथक नृत्य की सेवा में प्रयासरत नृत्य ज्योति कथक केंद्र द्वारा 14 वें कथक महोत्सव का आयोजन 22 मई को सूर सदन में शाम साढ़े बजे से किया जाएगा। महोत्सव की थीम शिव से शिवत्व की ओर रखी गई है। यह जानकारी महोत्सव के पोस्टर विमाेचन के अवसर पर निदेशक ज्योति खंडेलवाल ने दी।
14 मई, रविवार को यमुना किनारा स्थित यमुना आरती स्थल पर पोस्टर विमोचन किया गया। निदेशक ज्योति खंडेलवाल ने कहा कि संस्था का उद्देश्य नई पीढ़ी को संस्कारों के साथ संस्कृति से परिचित कराना है। कथक नृत्य सीधे तौर पर व्यक्ति को शारीरिक स्वास्थ्य तो प्रदान करता ही है साथ ही मानसिक शांति भी देता है। भारतीय नृत्य शैली का गुण है कि ये आपकी आध्यात्मिक उन्नति कराते हैं। यदि व्यक्ति किसी भी प्रकार के भारतीय नृत्य से जुड़ा है तो वो कभी भी अवसाद का शिकार नहीं बन सकता। उन्होंने महोत्सव के बारे में कहा कि पहली बार पांच से 50 वर्ष तक के प्रतिभागी भाग लेंगे। जिसमें एक वर्ग उन महिलाओं का भी है जोकि घरेलू हैं और पहली बार मंच पर नृत्य प्रस्तुति देंगी। वहीं कथक केंद्र पर पूरे वर्ष अभ्यास करने वाले बच्चे अपने नृत्य की अभिव्यक्ति देंगे।
प्रबंधक विशाल झा ने कहा कि नृत्य ज्योति कथक केंद्र 20 वर्षाें की नृत्य सेवा के दौरान हजारों बच्चों को प्रतिभावान बना चुका है। जिसके कारण आज उनमें से बहुत से बच्चे विभिन्न स्कूल− कॉलेजों में कार्यरत हैं। कथक केंद्र बिना किसी आर्थिक सहायता के कथक महोत्सव का आयोजन एक दशक से भी अधिक वर्षाें से कर रहा है। महोत्सव की विशेषता होती है इसमें किसी भी प्रकार के फिल्मी गीतों पर नृत्य प्रस्तुति नहीं होती। दो घंटे के आयोजन में कथक की विभिन्न शैलियों का प्रदर्शन किया जाता है।
पोस्टर विमोचन के दौरान सहयोगी संस्था रिवर कनैक्ट के संरक्षक बृज खंडेलवाल, डॉक्टर देवाशीष भट्टाचार्य, पद्मनी अय्यर, डॉ मुनीश्वर गुप्ता, शाहतोश गौतम, दीपक राजपूत, नितिन जौहरी, विनोद राजौरा,संजय प्रकाश दीक्षित आदि उपस्थित रहे।