नेशनल चैम्बर:आगरा में समुचित टेस्टिंग लैब की हो स्थापना।



 सीएफटीआई के साथ तकनीकी उच्चीकरण पर करेंगे एक कार्यक्रम।

 प्रस्तावित मीट एट आगरा में चैम्बर के सदस्यों को स्टॉल लगाने में मिले छूट एवं

 टेक्निकल सेशन में उनकी हो भागीदारी।

 लेदर पार्क की रुकी प्रगति पर की जाएगी कार्यवाही।

 जूता एक कुटीर उद्योग है - सभी एनओसी के लिए हो सिंगल विंडो प्रभावी।

 जूता एक मूलभूत आवश्यकता है, जीएसटी हो 5 प्रतिशत।

 शू कम्पोनेंटस में टेक्स कर अनुपात में हो सुधार।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा:12 मई,चैम्बर भवन सभागार में टेक्सटाइल्स, लैदर एण्ड शू कम्पोनेंट्स उद्योग विकास प्रकोष्ठ की एक बैठक का आयोजन,चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल की अध्यक्षता में किया गया।

 बैठक का संचालन प्रकोष्ठ चेयरमैन अशोक अरोड़ा द्वारा किया गया। इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विषयों एवं कार्य योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।

प्रकोष्ठ चेयरमैन अशोक अरोड़ा ने कहा कि आगरा जूता उद्योग के लिए अहम स्थान रखता है। जूता उद्योग आगरा का एक परम्परागत उद्योग भी माना जाता है। आगरा में शू कम्पोनेंट्स की टेस्टिंग के लिए एक समुचित लैब की स्थापना होनी चाहिए। जिसमें समुचित सर्टिफिकेशन मानक हो और लागत मूल्य में कमी आये। बाहर टेस्टिंग कराना काफी खर्चीली होती है।

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि टेक्निकल अपग्रेडेशन पर एक कार्यक्रम का आयोजन सीएफटीआई के साथ शीघ्र कराया जायेगा। एफमैक द्वारा अक्टूबर माह में प्रस्तावित ’’मीट एट आगरा’’ में चैम्बर के सदस्यों को स्टाल लगाने हेतु छूट प्रदान करने तथा चैम्बर के सदस्यों को तकनीकी सत्र में प्रतिभाग करने के लिए सुझाव दिया जायेगा।

को चेयरमैन अम्बा प्रसाद गर्ग ने कहा कि लैदर पार्क की प्रगति वर्शों से रूकी पड़ी है। अतः इस पर कार्य योजना बनाकर चैम्बर से कार्यवाही की जाये जिससे लैदर पार्क का कार्य शीघ्र प्रारम्भ हो सके।

प्रकोष्ठ सदस्य अमित अग्रवाल ने बताया कि जूता एक कुटीर उद्योग के साथ-साथ, एक मूलभूत आवश्यकता है। अतः इस उद्योग पर जीएसटी 5 प्रतिशत होनी चाहिए।

प्रकोष्ठ सदस्य नारायण बहरानी ने कहा कि जूता उद्योग प्रारम्भ करने के लिए विभिन्न एनओसी के लिए सिंगल विंडो प्रक्रिया प्रभावी होनी चाहिए। तभी इस उद्योग का विकास होगा। इस उद्योग में पचासों कंपोनेंट्स होते हैं। उन पर लगने वाले विभिन्न प्रकार के कर की दर भिन्न-भिन्न होती हैं। जिससे उद्योग प्रभावित होता है। अतः कम्पोनेंट्स की कर दर के अनुपात में सुधार होना चाहिए।

बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल, प्रकोष्ठ चेयरमैन अशोक अरोड़ा, को चेयरमैन अम्बा प्रसाद गर्ग, प्रकोष्ठ सदस्यों में अमित अग्रवाल तथा नारायण बहरानी उपस्थित थे।