कथा के पांचवे दिन गोवर्धन पूजा,श्री कृष्ण की नटखट बाल लीलाओ का किया गया वर्णन।
बल्केश्वर महादेव मंदिर पर बह रही भक्ति की धारा।
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगराः पूज्य संत श्री अरविंद जी महाराज ने कहा है कि सदा सुख केवल भगवान के चरणों में है। भगवान के सम्मुख और उनके शरणागत होना ही भागवत कथा है। भागवत कथा से कल्याणकारी और कोई भी साधन नहीं है, इसलिए व्यस्त जीवन से समय निकालकर कथा को आवश्यक महत्व देना चाहिए। यह एक ऐसी औषधि है जिससे जन्म-मरण का रोग मिट जाता है। भागवत कथा को पांचवां वेद कहा गया है।
बल्केश्वर महादेव मंदिर परिसर में पुरुषोत्तम मास में हो रही श्रीमद् भागवत सप्ताह के पांचवे दिन संत श्री अरविंद जी महाराज ने कहा कि दान की बड़ी महिमा है। जितनी सामर्ध्य हो उतना दान करना चाहिए। मानव सेवा करने वालों पर भगवान बांके बिहारी बहुत कृपा करते हैं। उन्होंने कहा कि देता वही है, हम तो निमित्त हैं।
महाराज जी ने बताया जिस प्रकार भगवान श्रीकृष्ण ने पूतना उद्धार और गोवर्धन पूजा से प्रकृति को बचाया अगर उसी प्रकार हम सभी भी प्रकृति की रक्षा करें तो ये वातावरण हरा भरा बना रहेगा। इसलिए सभी को ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने चाहिये।
इस मौके पर हरेश चंद गर्ग ,रेनु गर्ग, मोहित गर्ग अकांशा गर्ग नूतन गर्ग शोभित सिंघल गुंजन सिंघल नीतीश जैन रागिनी जैन ने पूजन किया।