हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा: सत्र 2023-24 की चैम्बर की गृह पत्रिका"नाचिक"के प्रथम अंक का विमोचन चैम्बर भवन में किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि इस वर्ष चैम्बर की गृह पत्रिका नाचिक को त्रैमासिक प्रकाशित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। यह अंक गत 3 माह में चैम्बर द्वारा की गई गतिविधियों के साथ प्रकाशित किया गया है।
इस अंक को उद्योग व व्यापार के लिए उपयोगी बनाने का भरसक प्रयास किया गया है। इस पत्रिका को प्रकाशित कराने में नाचिक प्रकोष्ठ के चेयरमैन दिनेश कुमार जैन द्वारा बड़े ही समर्पण भाव से प्रयास किये गए है।
प्रकाशन प्रक्रिया के दौरान मेरे साथी पदाधिकारी, नाचिक प्रकोष्ठ के कोऑर्डिनेटर शलभ शर्मा, सदस्य विवेक जैन, मुकेश गर्ग द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया गया।
सभी के सहयोग से यह पत्रिका प्रकाशित हो सकी है। आशा करता हूँ कि यह प्रकाशन हमारे सम्मानित सदस्यों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
नाचिक प्रकोष्ठ के चेयरमैन दिनेश जैन ने इस जिम्मेदारी के लिए अध्यक्ष राजेश गोयल को धन्यवाद देते हुए कहा कि चैम्बर की गतिविधियों को आगे बढ़ाने हेतु मुझे कार्य करने का अवसर मिला।
मेरे द्वारा यह कार्य पूरी निष्ठा के साथ किया गया है,फिर भी कमियां रह जाना एक मानवीय स्वाभाव है।आगामी अंक में कमियों को दूर करने के लिए सदस्यों से सुझाव भेजने का आग्रह करता हूँ। लेखकों एवं विज्ञापन दाताओं को मेरा हार्दिक धन्यवाद, क्योंकि इस अंक को प्रकाशित कराने में उनकी अहम भूमिका है और इस भूमिका को भविष्य में भी निरंतर बनाये रखने की कृपा करें।
चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने सम्मानित सदस्यों से आह्वान किया कि वे उद्योग और व्यापार से संबंधित अपनी समस्याओं को चैम्बर में निरंतर भेजते रहे हैं ताकि चैम्बर द्वारा उन पर संज्ञान लिया जा सके और समस्त उद्योग एवं व्यापार जगत को चैम्बर का लाभ प्राप्त हो।
चैम्बर द्वारा किए जा रहे कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लें, जिससे पदाधिकारियों का उत्साह वर्धन रहे और उद्योग और व्यापार से संबंधित उपयोगी जानकारी से लाभान्वित हों।
नाचिक पत्रिका के विमोचन के अवसर पर अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोषाध्यक्ष योगेश जिंदल, नाचिक प्रकोष्ठ के चेयरमैन दिनेश कुमार जैन, कोऑर्डिनेटर निवर्तमान अध्यक्ष शलभ शर्मा,पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, राम अंशु शर्मा, अशोक गोयल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।