देश भक्ति के रंग में रंगा भागवत कथा का पंडाल।
विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के दिव्य आयोजन में बीस राज्यों के सैकड़ों भक्तों ने राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू संग लहराये तिरंगे, भारत माता के गूंजे जयकारे।
कथा क्रम में गोवर्धन लीला संग दिव्य छप्पन भोग की झांकी ने किया भावविभोर।
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
वृंदावन: विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट द्वारा चैतन्य विहार मैदान में आयोजित दिव्य धार्मिक आयोजन के अंतर्गत स्वतंत्रता दिवस पर भागवत कथा का पंडाल देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया।
परम पूज्य राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू के साथ 20 राज्यों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने तिरंगे लहराए। "विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा" गीत के साथ भारत माता के जयकारे लगाए। विशेष रूप से राष्ट्रगान- जन गण मन... का गायन भी हुआ।
इस मौके पर राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू ने सबको स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि जिस देश में रहकर हम आनंद पूर्वक अपने धर्म का पालन कर पा रहे हैं, वह सर्वोपरि है। राष्ट्र के नाम पर दिलों की दूरियां मिटा कर हम सबको एक होकर खड़े होना चाहिए।
कथा क्रम में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए उन्होंने समझाया कि प्रभु ने पांच हजार वर्ष पूर्व ग्लोबल वार्मिंग की चिंता की। प्रभु ने सीख दी कि प्रकृति का केवल दोहन ही नहीं करो, उसकी पूजा भी करो। उन्होंने वृक्ष लगाने के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
गोवर्धन लीला के प्रसंग में दिव्य छप्पन भोग संग तर्जनी पर गोवर्धन पर्वत उठाने की दिव्य झांकी ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। "मैं तौ गोवर्धन कूं जाऊं मेरे वीर, नायं मानै मेरौ मनुआ" और "तेरौ सब संकट मिट जाय, तू पूजा कर गोवर्धन की" भजनों पर सब झूम उठे।
पूज्य पिताजी की पुण्य स्मृति में भागवत कथा का आयोजन करवा रहे मुख्य यजमान सुधांशु द्विवेदी,उनकी माताजी श्रीमती जागृति द्विवेदी, श्रेतिमा द्विवेदी, वेद मंदिर अयोध्या के श्री महंत रामनरेश दास जी महाराज, विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी व आगरा के प्रमुख समाजसेवी पार्षद मुरारीलाल गोयल पेंट वाले, पूर्व विधायक संतोष पांडे, आरएसएस के गणेश जी, एसएसपी मथुरा के पिताश्री एनएन पांडे, राहुल पांडे, अंबरीश शर्मा (गुड्डू भैया), धर्मेंद्र गुप्ता अवागढ़, तीरथ कुशवाह, कमलेश कुशवाह, अनुराग यादव, विजय किशोर बंसल, कुसुम शास्त्री, ब्रह्मजीत शर्मा, ओपी भाई,हरिओम गोयल और मीडिया समन्वयक कुमार ललित प्रमुख रूप से मौजूद रहे। ट्रस्टी मयंक वैद्य ने संचालन किया।