हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा: विद्यालय शिक्षा के मंदिर हैं। विद्यालय छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करते हैं। विद्यालय केवल छात्रों को विषय ज्ञान ही नहीं प्रदान करते वरन् पाठ्येतर गतिविधियों के माध्यम से छात्रों में चरित्र निर्माण, मूल्यों का समावेश, सहयोग, विविधता का सम्मान करना आदि गुणों का विकास करते हैं।
विद्यालय में छात्रों की नियमित उपस्थिति इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि उपस्थिति ही छात्र की शैक्षणिक सफलता, व्यक्तिगत विकास और समग्र कल्याण में योगदान करती है। छात्र के अनुपस्थित रहने पर उनका सर्वांगीण विकास बाधित होता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने परिपत्र और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है और बोर्ड परीक्षा में उपस्थित होने के लिए कम से कम 75% उपस्थिति अनिवार्य निर्धारित की है।
अप्सा अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने सीबीएसई के द्वारा जारी किए गए परिपत्र को पूरी तरह से उचित बताते हुए प्रसन्नता जाहिर की।
🌲 बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित होने वाले कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन के द्वारा दर्ज की जानी चाहिए।
🌲विद्यार्थी के अनुपस्थित रहने पर उसके अनुपस्थिति की सूचना आधे घंटे के अंदर अभिभावक को प्रेषित की जानी चाहिए ।
🌲डॉ. सुशील गुप्ता ने अपार हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि 1 सितंबर 2023 से प्रिल्यूड स्कूल में कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगा दी गई है, जिससे प्रतिदिन बच्चों की उपस्थिति नियमित रूप से दर्ज की जा सकेगी।
🌲उन्होंने यह भी बताया कि 1 अप्रैल से 31 अगस्त 2023 की अभी तक की विद्यार्थियों की उपस्थिति की क्या स्थिति है तथा उनकी उपस्थिति अभी तक कितने प्रतिशत है ,यह सूचना भी अभिभावकों को शीघ्र ही प्रेषित कर दी जाएगी।
🌲 अभिभावकों के द्वारा अपने बच्चों की उपस्थिति संबंधी सूचना प्राप्त होने पर विद्यार्थियों की उपस्थिति में निश्चित ही वांछनीय सुधार किया जा सकेगा। यह एक सार्थक प्रयास सिद्ध होगा।
🌲 अप्सा से संबद्ध विद्यालयों के प्रधानाचार्यों /प्रबंधकों से निवेदन है कि वे विद्यालय में बायोमेट्रिक मशीन लगवाएँ, जिसके माध्यम से छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके।
सीबीएसई द्वारा छात्रों की उपस्थिति की जाँच के लिए कभी भी औचक निरीक्षण किया जा सकता है।
दिसंबर माह में सीबीएसई द्वारा छात्रों की उपस्थिति का ब्यौरा माँगा जाएगा। अतः अभिभावकों को अपने बच्चों की उपस्थिति के प्रति सजग रहने का निवेदन किया है, जिससे बोर्ड परीक्षा में उपस्थिति के चलते कोई बाधा न आए।