पं.आर.एन.द्विवेदी (राजू भैया) बने,विश्व हिंदू महासंघ'मंदिर मठ प्रकोष्ठ' के वरिष्ठ उपाध्यक्ष

 

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

वृन्दावन'मथुरा'। श्री उमा शक्ति पीठ के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं वरिष्ठ समाजसेवी पण्डित आर.एन.द्विवेदी (राजू भैया) को मंदिर मठ प्रकोष्ठ "विश्व हिंदू महासंघ" भारत के द्वारा वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। उन्हें यह दायित्व कालिका पीठाधीश्वर महंत श्री सुरेंद्रनाथ अवधूत महाराज राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विश्व हिंदू महासंघ भारत के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की अनुशंसा पर मंदिर मठ प्रकोष्ठ"विश्व हिंदू महासंघ" भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सनातन धर्म शिव मंदिर दिल्ली के पीठाधीश्वर आचार्य डॉ.राजेश ओझा द्वारा दिया गया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पण्डित आर.एन.द्विवेदी (राजू भैया) संत समाज के परम् लाडले एवं सेवाभावी हैं। हमें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास भी है कि वे विश्व हिंदू महासंघ भारत के संविधान के अनुसार कार्य करके उत्तर भारत में हिंदुत्व को मजबूत करेंगे और अपने पद के अनुसार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए संगठन की गोपनीयता व अखंडता बनाए रखेंगे।वे धर्म की रक्षा हेतु समर्पित होकर अपने देश तथा हिंदू समाज को एकजुट करने एवं सुरक्षा प्रदान करने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग करेंगे।

मंदिर मठ प्रकोष्ठ"विश्व हिंदू महासंघ" भारत द्वारा पण्डित आर.एन.द्विवेदी (राजू भैया) को यह दायित्व दिए जाने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र पुरी जी महाराज, जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ  जी महाराज,जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद तीर्थ जी महाराज, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज,श्री उमा शक्तिपीठ पीठाधीश्वर स्वामी रामदेवानंद सरस्वती जी महाराज,आनंदम धाम पीठाधीश्वर सदगुरु श्री ऋतेस्वर जी महाराज,स्वामी गिरीशानंद सरवस्ती जी महाराज,दूधेश्वर पीठाधीश्वर स्वामी नारायण गिरी जी महाराज (गाजियाबाद), गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज,जगतगुरु स्वामी सुतीक्षणदास देवाचार्य जी महाराज,जगतगुरु स्वामी विश्वेशप्रपन्नाचार्य जी महाराज,चतुर संप्रदाय के स्वामी फूलडोल दास जी महाराज,जगतगुरु स्वामी बलराम दास जी महाराज, महामंडलेश्वर नवल गिरी जी महाराज,महंत स्वामी लाडली दासजी महाराज,महंत सुंदर दासजी महाराज आदि ने हर्ष व्यक्त किया है। उन्होंने उनके मंगलमय भविष्य एवं दीर्घायु की कामना करते हुए अपना आशीर्वाद प्रदान किया है।