हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत-फ्रांस-यूएई त्रिपक्षीय फोकल प्वाइंट्स बैठक बुधवार को वर्चुअली आयोजित हुई। बैठक में फरवरी 2023 में सहमत संयुक्त रोडमैप के अनुसार त्रिपक्षीय सहयोग में प्रगति पर चर्चा की गई।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा चर्चा में फरवरी 2023 में सहमत संयुक्त रोडमैप के अनुसार त्रिपक्षीय सहयोग में प्रगति को शामिल किया गया, जिसमें अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे, नवाचार, ऊर्जा, पर्यावरण, संस्कृति, शिक्षा और पी2पी (लोगों से लोगों के बीच) आदान-प्रदान के क्षेत्र शामिल हैं।
मंत्रालय के अनुसार फरवरी 2023 की शुरुआत में विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने भारत-फ्रांस-यूएई त्रिपक्षीय वार्ता में भाग लिया था और रक्षा, ऊर्जा और पर्यावरण, नवाचार और लोगों के बीच आदान-प्रदान के क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा की थी।
तीनों देश अंतरराष्ट्रीय स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने और आपस में रचनात्मक और सहयोगी संबंधों को और आगे बढ़ाने की अपनी साझा इच्छा की स्वीकृति में आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के उद्देश्य से एक औपचारिक त्रिपक्षीय सहयोग पहल स्थापित करने पर सहमत हैं।
इससे पहले तीनों पक्षों ने सहमति व्यक्त की थी कि त्रिपक्षीय पहल ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग परियोजनाओं के डिजाइन और क्रियान्वयन को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी, जिसमें सौर और परमाणु ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही हिंद महासागर क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एकजुटता और जैव विविधता की सुरक्षा पर भी तीनों पक्ष सहमत हुए थे।
इसके साथ ही तीनों देश यूएई के नेतृत्व में मैंग्रोव एलायंस फॉर क्लाइमेट और भारत और फ्रांस के नेतृत्व में इंडो-पैसिफिक पार्क पार्टनरशिप जैसी पहलों के माध्यम से अपने सहयोग का विस्तार करने पर भी सहमत हैं।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)