आरए मूवीज के बैनर तले बन रही फिल्म "तलाक अब नहीं" का पोस्टर हुआ रिलीज



छोटी-छोटी बातों पर न टूटे परिवार,कहां गई वो संस्कृति कहा गए संस्कार..

आगरा के कई कलाकर दिखेंगे फिल्म में

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा। समाज में तेजी से फैल रही तलाक की परम्परा भारतीय संस्कृति और संस्कारों को खोखला कर रही है। जबकि समातन धर्म में विवाह जन्मों का रिश्ता माना जाता है। उर्दू में तलाक और अंग्रेजी में विवाह विच्छेद के लिए डाइवोर्स शब्द है। परन्तु हिन्दी में कोई शब्द नहीं। 

परन्तु आज तलाक हर दूसरे तीसरे घर की समस्या बन गया है,जिसे रोकने का दायित्व हम सबका है। समाज को कुछ ऐसा ही संदेश देने के लिए आरए मूवीज के बैनर निर्माता रंजीत सामा द्वारा "तलाक अब नहीं" फिल्म बनाई जा रही है। जिसका पोस्टर विमोचन व फिल्म के गीत के रिलीज कार्यक्रम का आयोजन संजय प्लेस स्थित होटल मैट्रो में किया गया। 

प्रसिद्ध गायक शाहिद माल्या की सुरमयी आवाज व मुम्बई के शिव सरीन के संगीत से सजे फिल्म के गीत प्रेम धरा पर नहीं फसल नफरत की बोने देंगे,संस्कारों को अपने कभी हम नहीं खोने देंगे,परिवार बचाने के लिए संकल्प करें मिलकर हम सब, चाहे कुछ भी हो जाए तलाक नहीं होने देंगे... को सुनकर हर कोई भावुक हो गया। समाज सेवी पीएल शर्मा ने गीत का ऑडियो बटन दबाकर रिलीज किया। फिल्म नार्माता रंजीत सामा व विजय सामा,लेखक व निर्देशक सूरज तिवारी हैं। फिल्म निर्माता रंजीत सामा ने फिल्म के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि फ़िल्म तलाक़ के गंभीर विषय पर आधारित है। हम फ़िल्म के माध्यम से संदेश देना चाहते हैं कि नई पीढ़ी किसी न किसी वज़ह से भटक रही है।अहम या किसी व्यक्ति विशेष की बातों में आकर परिवार तलाक़ ले रहे हैं। ऐसा न करें,परिवारों को विघटन से बचाएं। 

विजय सामा ने कहा कि हम अपने संस्कारों से जुड़े रहकर ही इस समस्या को दूर कर सकते हैं। फिल्म के कलाकारों की भूमिका में तनु सोलंकी,जितेश आशीवाल,पलक सक्सेना,रेखा शर्मा नागपाल, उमाशंकर मिश्र,मुकेश नेचुरल,नितिन मित्तल, जया सिंह, अरुण प्रताप सिंह,आकांक्षा सिंह चौहान होंगी।  

इस अवसर पर पीएल शर्मा जी (चेयरमैन बुलंद हाउसिंग) का स्वागत माला व पटका पहनाकर किया। आगरा शू फैक्टर्स फैडरेशन के अध्यक्ष विजय सामा को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से राजेन्द्र सचदेवा, अनिल वशिष्ठ, प्रतिमा जिन्दल, अतुल गुप्ता, नितेश अग्रवाल, मनोज गुप्ता, अम्बा प्रसाद गर्ग, प्रदीप सरीन, विजय सहगल, रेनू गुप्ता, अरविद शर्मा, मुकुल गर्ग, गिर्राज बंसल, विजय सहगल, विजय सेठी, नारायण दास, यश गांधी, पवन गरी, जय शर्मा, ब्रजेश शर्मा, नीरज तिवारी, रवि खादी,सोमा जैन, अनिल जैन आदि उपस्थित थी। 

फिल्म के डॉयलॉग बोलकर कलाकारों ने दिया प्रोमो :

फिल्म के मुख्य कलाकारों ने फिल्म के डायलॉग बोलकर कुछ अलग अंदाज में मंच पर प्रवेश किया। फिल्म के डायलॉग बोलते हुए फिल्म के पटकथा का परिचय दिया। संदेश दिया कि भारतीय संस्कारों और परम्पराओं की डोर ही है जो परिवार को एक बनाए रखती है। इसलिए अपने बच्चों को संस्कार दें।