हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा। अखिल भारतीय लोधी महासभा ने रविवार को संजय प्लेस स्थित आहार रेस्टोरेंट में प्रेस वार्ता आयोजित कर महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष व समाजसेवी मिश्रीलाल राजपूत के साथ पुलिस प्रशासन द्वारा अन्याय एवं उत्पीड़न पर आक्रोश जताया गया।महासभा के राष्ट्रीय महासचिव अर्जुन सिंह लोधी ने पत्रकारों को बताया कि मिश्रीलाल राजपूत अखिल भारतीय लोधी महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष के नाते समय-समय पर लोधी समाज के साथ हो रहे अन्याय व उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाते रहते हैं।
इसी क्रम में,विगत दिनों जब समाज के युवक कृष्णा राजपूत के साथ तोरा पुलिस चौकी के तत्कालीन प्रभारी आकाश यादव एवं उनके सहयोगी पुलिसकर्मियों द्वारा बिना किसी कारण के चौकी पर बंद करने, मारने-पीटने, धमकाने, थूक को चटवाने का घिनौना और अमानवीय अत्याचार किया गया तो मिश्री लाल राजपूत ने पीड़ित युवक कृष्णा राजपूत को न्याय दिलाने के उद्देश्य से ग्राम कलाल खेरिया पर एक महा न्याय पंचायत का आयोजन किया। पंचायत में जुटे लोधी समाज सहित सर्व समाज के सैकड़ों लोगों ने पुलिस के अमानवीय कृत्य की भर्त्सना की।
पुलिस ने किया झूठा मुकदमा पंजीकृत :
पंचायत के दौरान सर्वसम्मति से तय हुआ कि आरोपियों के विरुद्ध शासन-प्रशासन द्वारा अभियोग पंजीकृत नहीं किया गया तो सम्पूर्ण समाज सड़़कों पर उतरेगा व विशाल प्रदर्शन करेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी, परन्तु 48 घंटे बीत जाने के पश्चात् भी शासन-प्रशासन द्वारा आरोपियों के विरुद्ध कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी।
तत्पश्चात लोधी महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष मिश्रीलाल राजपूत समाज के अन्य संभ्रान्त लोगों के साथ पुलिस आयुक्त आगरा से मुलाकात करने गये। वार्ता के दौरान पुलिस आयुक्त से समाज के गणमान्य लोगों व मिश्रीलाल राजपूत की गहमा-गहमी हो गयी। तब पुलिस आयुक्त ने आरोपी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध मुकदमा करने और क्राइम ब्रांच से उसकी विवेचना कराये जाने के निर्देश दे दिए।
इस पर पुलिस के विभिन्न स्रोतों के माध्यम से मिश्रीलाल राजपूत व उनके नेतृत्व में गये अन्य लोगों के ऊपर समझौते का दबाव आने लगा। जब मिश्रीलाल राजपूत ने पुलिस के विभिन्न माध्यमों से आये हुए समझौते व किसी अन्य सिफारिश को पूर्ण रूप से दरकिनार कर दिया तो पुलिस ने षड्यंत्र के तहत मिश्रीलाल राजपूत को सबक सिखाने के उद्देश्य से एक झूठा मुकदमा पंजीकृत कर दिया। पुलिस के द्वारा इस घटना के दौरान की गयी फोन पर वार्ता की रिकॉर्डिंग साक्ष्य के रूप में मिश्रीलाल राजपूत के पास मौजूद है।
निरपराध होते हुए भी 18 दिन काटनी पड़ी जेल :
मुकदमा पंजीकृत करने के उपरान्त बिना किसी प्राथमिक जांच के पुलिस ने षड्यंत्र के तहत थाने पर पूर्व में समाज के युवक के साथ हुई घटना के विषय में बातचीत के बहाने से मिश्रीलाल राजपूत को बुला लिया और झूठी गिरफ्तारी दिखाकर उन्हें जेल भेज दिया।
इस फर्जी व तथाकथित घटना के कारण मिश्रीलाल राजपूत को बिना किसी अपराध के भी करीब 18 दिन जिला कारागार के अन्दर निरुद्ध रहना पड़ा। तदोपरान्त मा.न्यायालय सत्र न्यायाधीश आगरा के द्वारा उनकी जमानत स्वीकार की गयी और उसमें पाया गया कि मिश्रीलाल राजपूत ने इस तरह की कोई घटना या अपराध नहीं किया है। पुलिस ने पूर्णतया झूठे कथानकों का सहारा लेकर मनगढ़ंत तरीके से घटना बनायी है जो कि निराधार व औचित्यहीन है।
अर्जुन सिंह लोधी ने मिश्रीलाल राजपूत के साथ हुए अन्याय व उत्पीड़न को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त न करने की बात कही। उन्होंने कहा कि समाज के साथ हुई किसी भी घटना व उत्पीड़न के लिए हम लोधी समाज के समस्त लोग जेल भरने को तैयार हैं।
मा.मुख्यमंत्री से मिलेगा समाज का प्रतिनिधिमंडल :
प्रेसवार्ता के दौरान सम्पूर्ण लोधी समाज के लोगों ने एकजुट होकर आह्वान किया कि इस घटनाक्रम पर सम्पूर्ण समाज चुप नहीं बैठेगा और अगर आवश्यकता पड़ी तो इस संदर्भ में मुख्यमंत्री जी से भी लोधी समाज के लोग मुलाकात करेंगे। यह घटना भाजपा शासन में हुई है। यह सर्वविदित है कि लोधी समाज भाजपा का कोर वोट रहा है। इस सम्बन्ध में सम्पूर्ण समाज एक राष्ट्रीय चिन्तन बैठक करेगा और आगे की रणनीति तैयार करेगा क्योंकि इस तरह से समाज के लोगों के साथ अन्याय और उत्पीड़न यदि जारी रहा तो यह चिन्तन का विषय होगा।
इस मौके पर मिश्रीलाल राजपूत,अर्जुन सिंह लोधी,धर्मेन्द्र राजपूत,जयप्रकाश, मुनीम सिंह, छोटेलाल, डॉ. मुकेश, यशपाल हवलदार,राजेन्द्र सिंह, देवेन्द्र ठेकेदार, राजेन्द्र जिलाध्यक्ष, लालजी वर्मा, ब्रिजेश बघेल, छुट्टन चाहर,जितेन्द्र सिंह राजपूत एडवोकेट, राजीव ओझा, राजेन्द्र प्रधान, महेश, कमल सिंह, पदम सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।