अरविन्द कुमार पाण्डेय बने,'हिन्दू महासभा' पश्चिम बंगाल के प्रदेश अध्यक्ष

हिंदुओं का उत्पीड़न रोकने के लिए 'हिन्दू महासभा' बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को उनके देश वापस भेजने और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाएगी अभियान : अरविन्द कु.पाण्डेय

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

नई दिल्ली,अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी ने पश्चिम बंगाल में महासभा का संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने और जेहादी ताकतों के खिलाफ धर्मयुद्ध तेज करने के लिए पश्चिम बंगाल में नेतृत्व परिवर्तन किया है।उन्होंने  24 परगना जनपद के अरविन्द कुमार पाण्डेय को प्रदेश अध्यक्ष  की कमान सौंपी है।

हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बी एन तिवारी ने बताया कि निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जयदीप दत्ता के नेतृत्व में हिन्दू महासभा प्रदेश कार्यकारिणी पिछले एक वर्ष से निष्क्रिय पड़ी हुई थी। प्रदेश प्रभारी समीर बनर्जी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी से फोन वार्ता कर प्रदेश नेतृत्व में परिवर्तन करने का परामर्श दिया। उनके परामर्श को स्वीकृत कर नेतृत्व परिवर्तन का निर्णय लिया गया। हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल कुमार उपाध्याय और राष्ट्रीय मंत्री संजय गिरी की अनुशंसा पर अरविन्द कुमार पाण्डेय को पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया है।

अरविन्द कुमार पाण्डेय ने अपने मनोनयन पर हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र कुमार द्विवेदी,राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रो.यशपाल सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल कुमार उपाध्याय, राष्ट्रीय मंत्री संजय गिरी,प्रदेश प्रभारी समीर बनर्जी का आभार प्रकट करते हुए अपने उत्तरदायित्व का पूरी निष्ठा और समर्पण भावना से निर्वहन करने का संकल्प लिया। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालते ही निवर्तमान प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर नवीन प्रदेश कार्यकारिणी का गठन करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि नवीन कार्यकारिणी में भंग कार्यकारिणी के समर्पित पदाधिकारियों के साथ ऊर्जावान और नए कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा।

 नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अरविन्द कुमार पाण्डेय ने कहा कि पश्चिम बंगाल जेहादियों का गढ़ बन चुका है और हिंदुओं पर निरंतर धर्म परिवर्तन का खतरा मंडरा रहा है। बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों से आबादी का संतुलन गड़बड़ा गया है और हिंदुओं का उत्पीड़न जारी है। हिंदुओं का उत्पीड़न रोकने के लिए 'हिन्दू महासभा' बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को उनके देश वापस भेजने और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अभियान चलाएगी।