हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
वृन्दावन।बिहारी पुरा स्थित श्रीहरिदास पीठ में श्रीहरिदास बिहारी फाउंडेशन, भारत ट्रस्ट के वार्षिक समारोह के उपलक्ष्य में चल रहे पंच दिवसीय "कर्तव्योत्सव" के तीसरे दिन "श्रीरामकृपा महोत्सव" व "श्रीस्वामीहरिदास जन्मोत्सव" बड़े ही हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ आयोजित हुआ।जिसके अंतर्गत रमणरेती रोड़ स्थित देव रेजिड़ेंसी होटल सेवायतों, समाजसेवियों व गणमान्य नागरिकों का सम्मान किया गया।सम्मान समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला संघ चालक दासबिहारी अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद के समन्वयक चंद्रप्रताप सिंह सिकरवार, कार्यक्रम अध्यक्ष शिक्षाविद आचार्य पद्मनाभ गोस्वामी, ट्रस्ट संस्थापक श्रीहरिदास पीठाधीश्वर इतिहासकार आचार्य प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी एवं प्रख्यात साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से श्रीबाँकेबिहारी, श्रीस्वामी हरिदासजी महाराज एवं श्रीरामचंद्र प्रभु के चित्रपटों पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन करके किया।
तदोपरान्त सम्पन्न सेवायत सभा में मुख्य अतिथि दासबिहारी अग्रवाल ने कहा कि ब्रजमण्डल में श्रीहरिदासबिहारी फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा पिछले वर्ष की भांति इस बार भी भव्य रूप से आयोजित हुये श्रीरामकृपा महोत्सव के आयोजन से धार्मिक सामंजस्य पुष्ट हुआ है। इस समारोह की सम्पूर्ण जानकारी श्रीराममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चम्पतरायजी को भेजी जा रही है। ताकि भविष्य में उक्त दोनों ट्रस्ट मिलकर अभूतपूर्व आयोजन कर सकें।
विशिष्ट अतिथि चंद्रप्रताप सिंह सिकरवार ने कहा कि श्रीरामकृपा व श्रीस्वामीहरिदास जन्मोत्सव के सम्मिलित आयोजन में ब्रज तथा अयोध्या के प्राचीन संबंध के दर्शन हुये हैं। इस अनूठे कार्यक्रम हेतु इतिहासकार आचार्य प्रहलादबल्लभ गोस्वामी धन्यवाद के पात्र हैं।
कार्यक्रम अध्यक्ष श्रीराधारमण मंदिर के वरिष्ठ सेवायत, शिक्षाविद् आचार्य पद्मनाभ गोस्वामी महाराज ने कहा कि धर्म-संस्कृति के विकास में सेवायत समाज की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस लिये सभी सेवायतों क़ो अपने व्यक्तिगत स्वार्थ क़ो दरकिनार कर अंतरराष्ट्रीय सेवायत परिषद से जुड़कर सामाजिक हित-चिंतन करते हुये सेवायती संस्कृति के संरक्षण हेतु रचनात्मक प्रयास करते रहने चाहिए।
फाउंडेशन ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष एवं श्रीबाँकेबिहारीजी महाराज के सेवायत, इतिहासकार, आचार्य प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी ने कहा कि भक्त एवं भगवान की सेवा से संबद्धता ईश्वरीय कृपा से प्राप्त होती है।
प्रख्यात साहित्यकार डॉक्टर गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में सेवायत समाज के क्रिया-कलापों पर समूचे जनमानस की निगाहेँ टिकी हुईं हैं। इसीलिए सभी सेवायत उच्चतम सेवा भावना व सामूहिकता का प्रदर्शन करें तो उचित रहेगा।
श्रीराधारमण मंदिर पंचायत कमेटी के मंत्री आचार्य पंकज गोस्वामी ने कहा कि हम सभी सेवायतों को मायावी संसार से दूर रहते हुये अधिकाधिक सेवाकार्यों से ही जुडा रहना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय सेवायत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व श्रीराधाबल्लभ लालजी के सेवायत श्रीहित आचार्य योगेंद्र बल्लभ गोस्वामी ने कहा कि बाहरी लोग अपनी अधार्मिक अति सक्रियता के चलते ब्रजधाम की पुराण वर्णित छवि धूमिल करने के प्रयास कर रहे हैं, जिन पर लगाम कसना आवश्यक है।संगीताचार्य डॉ. राजेंद्र कृष्ण अग्रवाल रजक ने ज़ब काव्य के माध्यम से ब्रज वृन्दावन की का वर्णन किया तो उपस्थितजन भाव-विभोर हो उठे।
इस अवसर पर श्रीमदनमोहन मंदिर के सेवायत विजयकिशोर गोस्वामी, श्रीराधादामोदर मंदिर के सेवायत दामोदर गोस्वामी, कालीमर्दन मंदिर के सेवायत मुकेश पुरोहित, खैरादेवत मंदिर के सेवायत नवीन पुरोहित, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, अधिवक्ता अमित गौतम (पिंटू भैया),पत्रकार विष्णु शर्मा व अनिल तायल ने भी विचार व्यक्त किये।
समारोह के अंतर्गत फाउंडेशन के निदेशक व ट्रस्टी उपाध्यक्ष विजय कुमार गर्ग एवं फाउंडेशन के अध्यक्ष व ट्रस्टी उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल ने समस्त सेवायत आचार्यजनों को माल्यार्पण कर, शॉल ओढ़ाकर एवं छवि, सत्साहित्य, प्रसाद आदि देकर अभिनन्दन किया।
कार्यक्रम में ट्रस्टी कोषाध्यक्ष निवेदिता गोस्वामी, रेनू गर्ग, गीता तायल, अनुभा अग्रवाल, विजयलक्ष्मी गोस्वामी,मुस्कान गोस्वामी, गुंजन गोस्वामी,प्रवर्तिका गोस्वामी,आचार्य विप्रांश बल्लभ गोस्वामी आदि की उपस्थिति विशेष रही।संचालन आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने किया।