मानवीय संवेदना को उजागर करता नाटक नॉक-नॉक का मंचन

 


हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

नई दिल्ली। आर्ट्स न्यू वे ऑर्गेनाइजेशन द्वारा यूनिकॉर्न स्टूडिओ मयूर विहार फेस 1 दिल्ली में कुलदीप वशिष्ठ लिखित एवं निर्देशित नाटक नॉक-नॉक का मंचन किया गया। मानवीय संवेदना को उजागर करता नाटक नॉक-नॉक अपनी परिस्थिति के कारण चोरी करने पर मजबूर चार युवाओं की कहानी हैं। 

बेरोजगारी की समस्या से जूझता युवा वर्ग अपनी जरूरतों को पूरी करने के लिए गलत रास्ते पर चलने को तैयार हो जाता है। वर्तमान समय के हिसाब से लिखा गया यह नाटक देश और समाज की अनेकों समस्या पर करारा प्रहार करता है।नाटक के सभी कलाकारो ने अपने-अपने अपने किरदारो के साथ न्याय किया है। बंटी के किरदार में कुलदीप वशिष्ठ और विनय के रोल में रीतिश छाबरा अपनी छाप छोड़ते हैं। पुलिस के किरदार में ऋतिक शर्मा,खुशबु राजपूत,अकबर और गौरव का अभिनय सराहनीय रहा। बबली के किरदार में निशा शर्मा और बबलू के किरदार में मोनिदीप का अभिनय काबिले तारीफ़ रहा।

 विदित हो कि आर्ट्स न्यू वे ऑर्गेनाइजेशन के संस्थापक सदस्यों में रिजवान रजा शामिल रहे हैं। रिजवान रजा की न केवल राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर देश भर में बड़ी ख्याति है,बल्कि उनके मार्गदर्शन में कला,राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अनेक संस्थाएं सकारात्मक योगदान देती आ रही हैं। आर्ट्स न्यू वे ऑर्गेनाइजेशन भी उनके मार्गदर्शन में अपनी नाट्य,गीत-संगीत प्रस्तुतियों के माध्यम से सदैव दर्शकों को उत्साहित और रोमांचित करता रहा है। निर्देशक कुलदीप वशिष्ठ के अनुसार नाटक नॉक नॉक भी इस दिशा में कारगर साबित होगा और उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी दर्शकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे।