हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में,नेत्र कुंभ सेवा के प्रतीक के रूप में खड़ा है, जो हजारों भक्तों को निःशुल्क नेत्र चिकित्सा प्रदान करता है। आँखों की जाँच से लेकर चश्मा वितरण और सर्जिकल रेफरल तक, यह पहल दृष्टि बहाल करके और रोशनी फैलाकर जीवन बदल रही है।
इस कुंभनगरी के सेक्टर-6 में आपको नेत्र कुंभ शिविर एक वृहद अस्पताल के शिविर रूप में दिखाई देगा। यहाँ तुरंत आँखों की जाँच के पश्चात दवा चश्मा सहित आपको कुछ घंटे पश्चात ही
फ्री कर दिया जाता है।
श्री महंत योगेश पुरी जी ने मठ प्रशासक हरिहर जी के साथ स्वयं से परिसर का भ्रमण कर समूची व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि
मठ परिवार आभारी है श्री सत्य विजय जी, चन्द्रशेखर जी, कमलाकर जी, मयंक शुक्ला जी आदि सदस्यों जिनका प्रेम स्नेह सम्मान प्राप्त हुआ ।
महाकुंभ के इस पावन अवसर पर नेत्र कुंभ 2025 सिर्फ एक चिकित्सा सेवा नहीं,बल्कि एक मानवीय आंदोलन है, जो न केवल आँखों की रोशनी वापस ला रहा है, बल्कि जीवन में आशा और आत्मनिर्भरता का संचार कर रहा है।
डॉक्टरों,स्वयंसेवकों और आयोजकों के अथक समर्पण के साथ, नेत्र कुंभ सेवा (सेवा और समर्पण) की सच्ची भावना को कायम रखता है। प्रत्येक लाभार्थी की मुस्कान करुणा और सामूहिक प्रयास की शक्ति का प्रमाण है।
रिपोर्ट - असलम सलीमी