हवन,कर्मचारियों का सम्मान और आभार के साथ सम्पन्न हुआ 102वां श्रीकृष्ण लीला महोत्सव
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा। श्रद्धा,भक्ति और परंपरा की अविरल धारा में प्रवाहित होता श्रीकृष्ण लीला महोत्सव शुक्रवार को अपने 102वें वर्ष के सफल समापन पर पहुंचा। बल्केश्वर स्थित गौशाला प्रांगण में आयोजित विश्राम हवन एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के सम्मान समारोह ने भावनाओं से भरे इस आयोजन को एक अविस्मरणीय अध्याय बना दिया।
हवन पंडित किशन, कोयल पंडित जी, अनंत उपाध्याय एवं मुकेश शर्मा के मार्ग दर्शन में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ। वातावरण “हरि नाम संकीर्तन” और “जय श्रीकृष्ण” के जयघोष से गूंज उठा।
समापन अवसर पर समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने अत्यंत भावनात्मक शब्दों में सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कभी हमने मन में ठाना था कि श्रीकृष्ण लीला को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाना है।
आज वह सपना साकार हुआ। यह केवल आयोजन नहीं, भक्ति, समर्पण और जनसहयोग का सजीव उदाहरण है। अगले वर्ष हम इसे और भी भव्य रूप में मनाएंगे।
मनीष अग्रवाल ने नगर आयुक्त, एडीएम सिटी, कमलानगर थानाध्यक्ष सहित प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया,पर साथ ही इस बार की सुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही पर गहरी चिंता भी जताई। उन्होंने कहा कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी मात्र एक दिन आई। कंस वध और आतिशबाजी वाले दिन कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। श्रीकृष्ण-बलराम जी की नगर शोभायात्रा भगवान भरोसे निकली। पूरी शोभायात्रा के दौरान बल्केश्वर से लेकर रावत पाड़ा तक कहीं भी कोई यातायात व्यवस्था या सुरक्षा व्यवस्था प्रशासन ने प्रदान नहीं की।
सिविल डिफेंस केवल दिखावे में आई। 100 वर्ष से चल रही इस भक्ति परंपरा के लिए इतनी मशक्कत के बाद अनुमति मिलना भी खेदजनक है। प्रशासन से अपेक्षा है कि अगले वर्ष लीला को गरिमा और सुरक्षा दोनों प्रदान की जाए।
कार्यक्रम का समापन भगवान श्रीकृष्ण की आरती, हवन पूर्णाहुति और पुष्पांजलि के साथ हुआ। भक्ति से सराबोर वातावरण में उपस्थित जनों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि अगले वर्ष का 103वां लीला महोत्सव और अधिक भव्यता, अनुशासन और सुरक्षा के साथ मनाया जाएगा।
स्थापित किए नए कीर्तिमान :
महोत्सव की इस बार की श्रृंखला में चुनरी महोत्सव, गोचरण यात्रा, रक्तदान शिविर, मेहंदी रस्म जैसी विविध सांस्कृतिक गतिविधियाँ आकर्षण का केंद्र रहीं। मंच पर प्रस्तुत अभिमन्यु लीला, काले खान की लीला और मीरा चरित्र ने दर्शकों की आँखें नम कर दीं। भावनाओं और नाट्य कौशल का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिसने परंपरा के साथ समकालीन संवेदना को भी जोड़ा।
चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का किया सम्मान :
समापन समारोह में कर्मठ कर्मचारियों प्रीतम सिंह फौजी, अशोक काका, राजकुमार, अरविंद खंडेलवाल, विकास, रवि, किशन, आकाश और केशव को उनकी निष्ठा और सेवा के लिए अध्यक्ष मनीष अग्रवाल की ओर से सम्मानित किया गया। इस दौरान पूरा पंडाल तालियों की गूंज से भर गया।
ये रहे उपस्थित :
समिति के महामंत्री विजय रोहतगी, कोषाध्यक्ष संजय गर्ग, लीला संयोजक शेखर गोयल, अशोक गोयल, ब्रजेश अग्रवाल, मनोज बंसल, लक्ष्मण शर्मा, विष्णु अग्रवाल, अनूप गोयल, सुजाता अग्रवाल, नीरू रोहतगी, केसी अग्रवाल, विनीत, पीके मोदी, तनु गुप्ता आदि उपस्थित रहे।


