25 दिसबंर को तुलसी 🌿 पूजन दिवस मनायें : "🐂गौसेवक🐂" खोजी बाबा



    हमारे सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है। देश में शायद ऐसा कोई घर हो जहां तुलसी के पौधे को जगह न दी जाती हो। तुलसी का पौधा जितना पवित्र होता है, उससे अधिक गुणकारी भी होता है। तुलसी के कई प्रकार होते हैं  जैसे - श्यामा तुलसी, राम तुलसी, विष्णु तुलसी, वन तुलसी, नींबू तुलसी। तुलसी के इन पांचों प्रकारों अपने-अपने लाभ होते हैं। तुलसी के 10 लाभ।


1- तुलसी एक एंटीऑक्सीडेंट है। तुलसी के अर्क की बूंदे पानी में डालकर पीने से इम्युनिटी बढ़ती है। तुलसी के अर्क को 1 लीटर पानी में डालकर रखें और कुछ समय बाद उसका सेवन करें।


2- एंटी-फ्लू का काम करने वाली गुणकारी तुलसी बुखार, फ्लू, स्वाइन फ्लू, डेंगू, सर्दी, खांसी, जुखाम, प्लेग, मलेरिया जैसी बीमारियों से छुटकारा दिलाती है।


3- जान लें कि तुलसी एंटी-बायोटिक का भी काम करती है। प्रतिदिन इसका उपयोग करने से शरीर से हानिकारक तत्व बाहर निकल जाते हैं।


4- तुलसी में एंटी-इफ्लेमेन्ट्री के तत्व भरपूर होते हैं। इसके लगातार सेवन से रेड ब्लड सेल्स का शरीर में बढ़ोतरी होती है।


5- जानकारों के अनुसार, गर्भवती महिलाओं में उल्टी की परेशानी होने पर भी तुलसी लाभकारी होती है।


6- शहद के साथ तुलसी का सेवन करने से सर्दी-जुकाम और गले का पीड़ा ठीक हो जाती है।


7- मुंह से आने वाली दुर्गंध से भी तुलसी निजात दिलाती है। साथ की दांत में  होंने वाली पीड़ा और मसूड़ों में खून निकलने की समस्या से तुलसी कारगर साबित होती है।


8- जानकारों की मानें तो तुलसी को शरीर पर रगड़ने से मच्छरों से बचा जा सकता है।


9- किसी घाव पर तुलसी की बूंद डालने से संक्रमण से बचा जा सकता है।


10. कान में पीड़ा में होने पर तुलसी की बूंद गुनगुना करके कान में डालने से पीड़ा कम होती है।


         - "🐂गौसेवक🐂" पं. मदन मोहन रावत

                                              "खोजी बाबा"