आगरा।उ.प्र.
वर्तमान में जिस बाजारवाद की चकाचौंध में आकर लोग उपभोक्तवाद को अपने जीवन का ध्येय मान बैठे है ,वही मानव जाति के लिए यह विनाशकारी सिद्ध हो रहा है। भोजन पोषित नहीं ,रोगी बना रहा है। हवा पानी, मृदा सभी प्रदूषित और विशाक्त हो गये है। इस विनाशकारीवाद से बचने के लिए, वसुधैव कुटुम्बकम की भावना जाग्रत करने को आगे आना होगा, इसी में मानव कल्याण है ।उक्त उद्गार.. लोक भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री गोपाल उपाध्याय ने दौजीराम मैरिजहोम पश्चिमपुरी में आयाजित कार्यक्रम में व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि लोक भारती, जल संरक्षण ,प्रकृति के अनुरूप मानव जीवन सुरक्षित कैसे रखा जाए एवं पारिवारिक बिखराव रोकने के लिए 'परिवार मंगल' कार्यक्रम, गाय-गोबर पर आधारित कृषि को बढ़ावा एवं नदियों को पुर्नजीवित करना, पर्यावरण , घर, परिवेश की स्वच्छता के प्रति जागरूक करना आदि पर हमारी संस्था देश भर में कार्य कर रही है।
लोक भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री ब्रजेंद्र पाल सिंह ने फल-सब्जियों की अवशेषों से जैविक खाद बनाने और उसके प्रयोग के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में डाॅ. रामबाबू हरित ने भी पर्यावरण सम्बन्धी अपने पूर्वजों के क्रिया कलापों से जो पर्यावरण बचाव हो रहा था, उस सम्बन्ध में अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम का आयोजन राधेश्याम शर्मा - गजेंद्र पचौरी एवं संचालन- वालमुनि कश्यप ने किया ।
कार्यक्रम में देवेंद्र चैतन्य, धीरेन्द्र शर्मा, वीरेन्द्र वार्ष्णेय, डाॅ. बचन सिंह सिकरवार, विजय भारद्वाज, चौ. सिद्धी सिंह,मानवेन्द्र शर्मा, जितेन्द्र फौजदार, डाॅ लवकुश मिश्रा, डाॅ. रामबाबू हरित, कौशल अग्रवाल,प्रवक्ता धर्मेन्द्र कुमार चौधरी,सुमन गर्ग आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।