- अपने अधीन तैनात कर रखे हैं चार बाहरी कर्मचारी।
- बाबू की सैलरी 45 हजार और अपने अधीन निजी स्टाफ़ का खर्चा 60 हजार।
आगरा। प्रवीन शर्मा
इन दिनों तहसील सदर स्थित एआईजी निबंधन कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक का जलवा-जलाल है। बाबू ने अधिकारियों से आगे बढ़कर चार निजी कर्मचारी अपनी सेवा में लगा रखे हैं। जिनका
वेतन बाबू स्वयं वहन करता हैं। सूत्रों की मानें तो रजिस्टरी कार्यालय में होने वाली बेहिसाब अवैध कमाई से चारों कर्मचारियों की सैलरी निर्गत की जाती है।
एआईजी निबंधन एमके.सक्सेना के कार्यालय में कनिष्ठ लिपिक जगदीश बागला तैनात हैं। उन पर काम का इतना अधिक लोड है कि इसके लिए उन्होंने तीन कर्मचारी ह्रदेश यादव,प्रदीप यादव और जीतू को अपने अधीन लगा रखे हैं। इसके अलावा महंगी लक्जरी चार पहिया गाड़ी से कार्यालय आने वाले बाबू एक चालक सुनील यादव की सेवाएं भी ले रहे हैं।
सूत्रों का कहना है बाबू बागला को सैलरी में करीब 45 हजार रुपये मिलते हैं और वे अपने अधीन कर्मचारियों को 60 हजार रुपये अदा करते हैं।
बतादें कि रजिस्ट्री कार्यालय के अधिकारियों औऱ कर्मचारियों पर बैनामे में भ्रस्टाचार आदि में गंभीर आरोप लगते रहे हैं।