सवांददाता, के,के,कुशवाहा
आगरा । स्कूल से घर लौट रही एक छात्रा को शोहदों ने अपना शिकार बनाया। शोहदों ने पहले छात्रा की साइकिल में टक्कर मारी और फिर उसे घसीटे हुए काफी दूर तक ले गए। घटना से घबराई छात्राओं ने शोर मचाया तो बुलेट सवार शोहदे फरार हो गए। पीड़ित छात्रा ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की तो पुलिस ने भी मामला एक्सीडेंट का बताकर भगा दिया और पीड़िता को मेडिकल चिट्ठी भी नही दी जबकि छात्रा पुलिस के सामने चिल्लाकर कहती रही कि उसे 15 दिनों से लड़के परेशान कर रहे है और उन्होंने उस पर हमला किया है। परिजनों ने तुरंत छात्रा को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
घटना थाना डौकी क्षेत्र का है। पीड़िता नौवीं क्लास की छात्रा है जो वाजिदपुर में एक स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रही है। पीड़िता ने बताया कि वह अपने स्कूल से अपनी सहेलियों के साथ साइकिल से वापस लौट रही थी तो बीच रास्ते में बुलेट सवार मनचलों ने पीछे से टक्कर मार दी। इससे वह गिर गई और बुलेट सवार मनचले उसे घसीटते हुए काफी दूर तक ले गए। इस घटना से पीड़ित के साथ-साथ उसकी सहेलियां भी भयभीत हो गई। शोर मचाने पर शोहदे उसे छोड़कर भाग गए। छात्रा ने अपने परिजनों को यह पूरी घटना बताई और शिकायत के लिए पुलिस थाने गई तो पुलिस ने भी अपना असली रूप दिखा दिया। पीड़िता से कहा कि यह सिर्फ एक एक्सीडेंट है और कुछ नहीं।
पीड़ित छात्रा ने बताया कि पिछले 15 दिनों से मनचले उसका पीछा कर रहे थे। कई बार रास्ता रोकने का भी प्रयास किया लेकिन आज उन्होंने पीछे से टक्कर मारकर उसे घायल कर दिया। यह जानकारी मैंने पुलिस को बताई लेकिन पुलिस ने पूरे मामले को हल्के में लिया और इसे दुर्घटना का नाम देकर उसकी कोई सुनवाई भी नहीं की और ना ही उसकी रिपोर्ट दर्ज की गई।
पीड़िता की मां ने भी बताया कि बेटी ने बताया था कि 15 दिनों से उसे कुछ मनचले परेशान कर रहे हैं इस पर उसे सतर्क रहने को कहा गया था लेकिन आज सभी के सामने मनचलों ने इस घटना को अंजाम देकर बेटियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं तो वही पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई ना कर जले पर नमक छिड़कने का काम कर दिया है।
फिलहाल कुछ भी हो योगी सरकार आधी आबादी की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं और पुलिस अधिकारियों को इन मामलों में उचित कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए हैं लेकिन कुछ पुलिसकर्मी इन आदेशों को हवा में उड़ाने का काम कर रहे हैं इसलिए तो इस पीड़िता की पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की।