आगरा।मनीष भारद्वाज
नगर निगम आगरा में 3-4 बरसों से तैनात वित्त अधिकारी पवन कुमार के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शासन प्रशासन से की गई शिकायत।
ग्रामीण विधानसभा विधायक हेमलता दिवाकर, जिला अध्यक्ष आगरा गिर्राज कुशवाह, जिला उपाध्यक्ष सोनू चौधरी एवं भाजपा के पदाधिकारियों का शिकायती पत्र मीडिया व सोशल मीडिया में हुआ वायरल।
प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक से भ्रष्टाचार में लिप्त पवन कुमार एवं नगर आयुक्त नगर निगम आगरा के संरक्षण देने का भी शिकायती पत्र में लगाए गए हैं गंभीर आरोप।
नगर निगम में तैनात वित्त अधिकारी पवन कुमार पर ठेकेदारों से कमीशन लेने की की गई है शिकायत। पत्र में उसके द्वारा घोर वित्तीय अनियमितताओं के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायत।
भ्रष्टाचार में लिप्त पवन कुमार कर चुका है 500 से 700 करोड़ के भुगतान। भ्रष्टाचार से इकट्ठा की करोड़ों रुपए की संपत्ति। शिकायत के अनुसार पत्नी और ससुर एवं अन्य रिश्तेदारों के नाम के नाम करोड़ों रुपए की संपत्ति का खुलासा।
मेरठ और गाजियाबाद में प्रॉपर्टी फार्म हाउस आदि करोड़ों की संपत्तियां। नगर निगम के ठेकेदारों से तय है 5 से 7 पर्सेंट कमीशन।
भाजपा विधायक व जिला अध्यक्ष, जिला उपाध्यक्ष ने की अधिकारी के ट्रांसफर एवं विजिलेंस जांच की मांग।
भ्रष्टाचार में लिप्त पवन कुमार के खिलाफ शिकायती पत्र वायरल होने से नगर निगम एवं ठेकेदारों में मचा हड़कंप। दिनभर चर्चाओं का बाजार रहा गरम।
अब देखने वाली बात होगी कि भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए हर संभव प्रयास कर रही सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।