डा.प्रणवीर सिंह चौहान व आगरा के मेले पुस्तकों को विमोचन

 


आगराः पद्मश्री प्रो.उषा यादव ने कहा कि साहित्यकार डा.प्रणवीर सिंह चौहान ने आगरा के साहित्य को एक दिशा दी। उन्होंने यहां की कला और संस्कृति को आम पाठकों तक पहुंचा। समग्र आगरा के बारे में उन्होंने जो लिखा, वही अब इतिहास व संदर्भ ग्रंथ बन गए हैं।


उदयन शर्मा स्मृति फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा अपना आगरा पुस्तकमाला का प्रकाशन किया जा रहा है, जिसकी 29 वीं पुस्तक आगरा के मेले व 30 वी पुस्तक आगरा के डा.प्रणवीर सिंह चौहान प्रकाशित की गई है। जिनका विमोचन नागरी प्रचारिणी सभा के पुस्तकालय भवन में प्रो.उषा यादव व सभा की सभापति सरोज गौरिहार ने किया। गौरिहार ने बताया कि आगरा के मेलों पर अभी तक कोई लिपिबद्ध इतिहास नहीं थी। आदर्श नंदन गुप्त व प्रियंका चौधरी ने इस पुस्तक को लिख कर इस कमी को पूरा किया है। इस पुस्तक में आगरा में लुप्त होते जा रहे प्राचीन मेलों का विस्तृत उल्लेख है। आदर्श नंदन की यह चौथी पुस्तक है। वहीं दूसरी ओर डा.प्रणवीर सिंह चौहान की पुस्तक का संपादन रानी सरोज गौरिहार ने किया है। इसमें चौहान साहब से जुड़े साहित्य सेवियों के संस्मण हैं। इस मौके पर विख्यात कवि सोम ठाकुर, डा.शशि तिवारी, डा.दिनेश पाठक (मथुरा), डा.खुशीराम शर्मा, डा.चंद्रशेखर शर्मा, डा.विनोद माहेश्वरी, अखिलेश श्रोत्रिय, डा.राजकिशोर सिंह, डा.सुषमा सिंह, राजीव सक्सेना, आदर्श नंदन गुप्त, अशोक अश्रु, डा.रमा वर्मा, डा.देवी सिंह नरवार, डा.सुनीता चौहान, डा अनार सिंह आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन प्रो.कमलेश नागर ने किया।