बुर्का पहन गायब किशोरी ने खुद रचा था अपने अपहरण का ड्रामा।

 


आगरा। संजय तिवारी

न्यू आगरा क्षेत्र से बुर्का पहनाकर अगवा की गई किशोरी दिल्ली के पीजी में अकेली ठहरी थी। पुलिस ने देर रात उसे पीजी से बरामद कर लिया। उसे अगवा करने वाला एक युवक ग्वालियर जेल में बंद है। दो अन्य साथियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। फिलहाल किशोरी का कहना है कि वह नीट की तैयारी करने दिल्ली गई थी। महताब के साथ जाने के बाद स्वजन उस पर बंदिशें लगा रहे थे। पुलिस अभी अगवा करने वाले युवकों से महताब का कनेक्शन भी पता कर रही है।

ताजगंज क्षेत्र की रहने वाली साढ़े सोलह वर्षीय किशोरी का विगत 23 फरवरी को न्यू आगरा क्षेत्र से अपहरण हुआ था। दयालबाग स्थित अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे से किशोरी को बुर्का पहनाकर ले जाते युवक का वीडियो सामने आया था। किशोरी के पिता ने न्यू आगरा थाने में मेरठ निवासी महताब के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने महताब की पत्नी और दो भाभियों को गिरफ्तार कर जेेल भेज दिया था। महताब पर भी पुलिस ने शिकंजा कस दिया। इसी बीच पुलिस की छानबीन में दूसरी लाइन सामने आई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उस आटो को पुलिस ने खोज निकाला, जिससे किशोरी का अपहरण किया था। आटो चालक ने बताया कि उसने भगवान टाकीज तक किशोरी और एक युवक को छेाड़ा था। वहां पहले से ही सफेद रंग की कार खड़ी थी। सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस ने कार को भी खोज लिया। सोमवार को कार चालक नीरज से पूछताछ में पुलिस को जानकारी हुई कि उसने किशोरी को दिल्ली के तिलक नगर में छोड़ा था। पुलिस ने सोमवार देर रात किशोरी को एक पीजी से बरामद कर लिया। किशोरी ने पुलिस को बताया कि महताब के साथ पूर्व में चले जाने के कारण स्वजन ने उस पर बंदिश लगा दी थी। वह नीट की तैयारी करना चाहती थी। मगर, स्वजन इसके लिए तैयार नहीं थे। जनवरी 2020 में वह बुआ के घर रहने चली गई थी। बुआ के बेटे नमित के दोस्त ग्वालियर निवासी दिव्यांशु चौहान से उसका संपर्क हो गया। उसने दिव्यांशु से नीट की तैयारी कराने को दिल्ली ले जाने काे कहा। प्लान के अनुसार 23 फरवरी को दिव्यांशु अपने परिचित नीरज के साथ आगरा आया। दिव्यांशु कार में ही बैठा रहा। किशोरी को बुर्का पहनाकर रिंकू उसे अपने साथ दयालबाग स्थित अस्पताल से बाहर तक लाया। वहां से आटो में बैठाकर भगवान टाकीज चौराहा तक लाया। यहां से रिंकू और दिव्यांशु के साथ किशोरी दिल्ली गई। वह दिल्ली के तिलक नगर में एक पीजी में रह रही थी। पुलिस दिव्यांशु की तलाश में ग्वालियर पहुंची तो पता चला कि वह 28 फरवरी को साइबर क्राइम के एक मामले में जेल जा चुका है। रिंकू अपनी पत्नी के साथ धार्मिक यात्रा पर गया है। पुलिस रिंकू की गिरफ्तारी के प्रयासय कर रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि किशोरी के अपहरण में महताब का हाथ है या नहीं। इसकी पुलिस जांच कर रही है।आज मंगलवार को किशोरी का मेडिकल कराने के बाद पुलिस कोर्ट में बयान कराने जा रही है।