बागपत। विवेक जैन
बिनोली सीएचसी के चिकित्सा अधिकारी डॉ हिमांशु शर्मा ने कहा कि मास्क की सफाई और उसे बदलने को लेकर लोगों में जागरूकता का अभाव है। कई लोग लंबे समय तक एक ही मास्क का उपयोग करते हैं, तो कुछ लोग मास्क की सफाई तक नहीं करते है। गंदा मास्क कोरोना से बचाने की बजाये कई अन्य बीमारियों को जन्म दे सकता है।
डॉ हिमांशु शर्मा ने कहा कि सभी लोग कोरोना बीमारी से बचने के लिए मास्क जरूर पहने, लेकिन उसके साथ-साथ मास्क की साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखें। कहा कि इन दिनों काफी लोग ऐसे हैं जो डिस्पोजेबल मास्क को भी दो से पांच दिन तक इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं कपड़े के मास्क को भी ना बदलते और ना धोते, जो घातक हो सकता है।
कहा कि एक ही मास्क को बहुत अधिक लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। गंदे मास्क से गले में दर्द, पेट संबंधी बीमारियां, गले में खिचखिच और सांस संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। साफ मास्क सांसों को बाहर निकालते हैं और उससे हवा भी अंदर आती हैं, लेकिन मास्क को लंबे समय तक इस्तेमाल करने और न धोने की वजह से मास्क के छिद्र गंदगी से भर जाते हैं और इस तरह के मास्क शरीर के ऑक्सिजन स्तर में कमी ला सकते हैं। आपको घुटन की समस्या अधिक हो सकती है। कहा कि यदि मास्क पहनने से गले में समस्या आ रही है तो समझ जाइए कि मास्क साफ नहीं है। वह कीटाणुओं से भर गया है। यह कीटाणु ही आपके गले में परेशानी कर रहे हैं। मास्क पहनने से खांसी की समस्या नहीं होती है, लेकिन गंदा मास्क पहनने से गले की समस्या हो सकती है। खांसी से बचना है तो अपने मास्क की सफाई का विशेष ध्यान रखें। मास्क को सादे पानी में धोना काफी नहीं है। मास्क को धोने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करें। 5 से 10 मिनट के लिए उसे पानी में डुबोकर रख दें। इसके बाद साबुन से धोएं। 4 से 5 घंटे तक तेज धूप में सूखने दें। यदि घर में धूप नहीं आती है तो मास्क को गर्म पानी से धोने के बाद 15 मिनट डिटॉल में भिगोकर रख दें और फिर सुखाये।