प्रेम शर्मा,लखर्नऊ ।
उत्तर प्रदेश चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ द्वारा एक मई मजदूर पर पर एक संगोष्ठी का आयोजन प्रदेश अध्यक्ष रामराज दुबे की अध्यक्षता में किया गया। इसका संचालन महामंत्री सुरेश सिंह यादव द्वारा किया गया। इस दौरानर मजदूर संघ के नेता सचिवालय संघ के पूर्व अध्यक्ष हरिशरण मिश्रा विशेष रूप से आमंत्रित थे। वक्ताओं ने वर्तमान समय में देश के मजदूर और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की दशा पर चिन्ता जताते हुए कहा कि एक तरफ मजदूर के पास रोजगर नही है उसके सामने दो वक्त की रोटी के लाले है , वही अब तक उसे सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम राशि का भुगतान भी नही हो पाता। ठेका प्रणाली के तह्त सरकारी संस्थानों में काम कर रहे नवजवानों का खुले आम शोषणा हो रहा है। एक तरफ उन्हें न्यूनतम वेतन नही दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ सरकार द्वारा घोषित ईएसआई और पीपीएफ तक की कटौती नही हो रही है। चतुर्थ श्रेणी के पूरे देश में लाखों पद रिक्त है लेकिन केन्द्र और राज्य सरकारें रोजगार देने का वायदा करके भी चतुर्थ श्रेणी की भर्ती पर रोक लगाए है। वक्ताओं ने केन्द्र और राज्य सरकार के समक्ष मांग रखी की बढ़ती महंगाई के चलते न्यूनतम मजदूरी 20 हजारू रूपये महीने की जाए। चतुर्थ श्रेणी की भर्ती पर लगी रोक को तत्काल हटाया जाए।
इस संगोष्ठिी को महेंद्र कुमार पांडे, भारत ंिसंह यादव, जगजीत सिंह, मानसिंह, सीताराम, निसार अहमद, दूधनाथ यादव, ,आशीष यादव, रामजी तिवारी, हरकेश यादव, नॉरिस पाल ने 2 गज की दूरी का पालन करते सम्बोधित किया।