कर अधीक्षक की बर्खास्तगी के लिए शासन को पत्र।



प्रेम शर्मा,लखनऊ। 

नए नगर आयुक्त के आने के बाद से कर अधीक्षक कुलदीप अवस्थी चर्चा में है। नगर निगम जोन छह पुराने लखनऊ में तैनात कर अधीक्षक कुलदीप अवस्थी एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। उनपर फिर जोनल अधिकारी से विवाद व अभद्रता करने का आरोप लगा है। जोनल अधिकारी की शिकायत पर नगर आयुक्त ने कर अधीक्षक की बर्खास्तगी के लिए स्थानीय निकाय निदेशक को पत्र लिखा है।

बताया जा रहा है कि घटना दस मई की है। उस दिन विशेष सेनेटाइजेशन अभियान चलना था। कर अधीक्षक कुलदीप अवस्थी को नोडल अधिकारी बनाया गया था। घंटाघर से टीम को रवाना करना था। जोन छह की जोनल अधिकारी प्रज्ञा सिंह ने आरोप लगाया है कि वह समय पर नहीं पहुंचे। इसके बाद बालागंज में भी टीम उनका इंतजार कर रही थी। जब वह पहुंचे तो उनसे विलम्ब होने का कारण पूछा। इतने में ही वह सभी के सामने भड़क गए। अपशब्दों तक का प्रयोग किया। इससे पहले भी वह कभी भी समय पर कार्यस्थल पर नहीं पहुंचते थे। जूम मिटिंग में भी वह कई बार गैरहाजिर रहे। पिछले दिनों नगर आयुक्त के निरीक्षक में गैर हाजिर रहने पर उनका वेतन भी काटने का आदेश हो चुका है। इस विवाद के बाद कुलदीप अवस्थी को बैकुंठ धाम की व्यवस्था देखने में लगा दिया गया है। इससे पहले भी जोन छह की कर निरीक्षक अल्दरीब जेहरा ने अभद्रता का आरोप लगाया था। इस आरोप पर पूर्व जोनल अधिकारी अम्बी बिष्ट ने कार्रवाई के लिए नगर आयुक्त को लिखा था। जबकि कर अधीक्षक कुलदीप अवस्थी का कहना है कि उनको जो भी काम दिया गया उसे पूरा किया। बीते पांच मई से जोनल अधिकारी के व्यवहार में अचानक परिवर्तन आ गया। दस मई को उन्होंने लिखित रूप से जोनल अधिकारी के साथ काम करने से मना कर दिया था। मुख्यालय से सम्बद्ध करने की मांग की थी।