नोयडा।हि. वार्ता
एमिटी विश्वविद्यालय में आजादी के 75 वी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रटेजिक स्टडीज द्वारा ‘‘परमवीर च्रक की वीर गाथायें - बहादुरों में सबसे बहादुर’’ विषय पर विशेष एंव महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सैन्य सेवाओं के अधिकारियों और विद्वानों ने विभिन्न युद्धों के दौरान अपने पराक्रम को प्रदर्शित करने वाले जांबाज सैनिकों की वीर गाथाओं को बताया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल लेफ्ट जनरल (रिटायर्ड) श्री के एम सेठ, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रटेजिक स्टडीज के महानिदेशक लेफ्ट जनरल (रिटायर्ड) डा एस के गिडिऑक द्वारा किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल लेफ्ट जनरल (रिटायर्ड) श्री के एम सेठ ने कहा कि स्न 1948 में देश के आजादी के उपरांत यह निर्णय लिया गया कि शौर्य को सम्मानित करने के लिए नये भारतीय अवार्ड की घोषणा की जाये और इसी क्रम में परमवीर च्रक, महावीर च्रक और वीर च्रक की घोषणा की गई। उच्चतम सम्मान परमवीर च्रक, यूएसए के मेंडल ऑफ ऑनर के समकक्ष होता है। लेफ्ट जनरल (रिटायर्ड) श्री के एम सेठ ने कहा कि भारतीय सेना उच्चतम त्याग का प्रतिरूप है। अब तक देश में 21 वीरों को उच्चतम सम्मान परमवीर च्रक से सम्मानित किया जा चुका है।
एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उददेश्य छात्रों में राष्ट्र की अजेयता अद्म्य भावना और बलिदान की भावना का निर्माण करना है। उन्होनें कहा कि एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रटेजिक स्टडीज, एमिटी के छात्रों और शोधार्थियों के लिए रक्षा और सामरिक मामलों पर एक शोध केंद्र के रूप में प्रमुख योगदान देता है। डा चौहान ने कहा कि किसी भी देश की सेना, देश की सुरक्षा हेतु सबसे महत्वपूर्ण होती है और हमारे परमवीर च्रक विजेताओं ने अपनी जिस शौर्य और अदम्य साहस का परिचय दिया है उस पर हम सभी को गर्व है।
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने कहा कि एमिटी मे ंहम छात्रों में देश के प्रति कुछ करने की भावना का विकास करते है और इसी क्रम में इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
इस कार्यक्रम के अंर्तगत एसएसबी इलाहाबाद के पूर्व अध्यक्ष मेजर जनरल (रिटायर्ड) डी कपूर ने स्न 1971 में हुए भारत पाकिस्तान युद्ध - बैटल ऑफ हिली में अपने पराक्रम को दिखाने वाले परमवीर च्रक्र विजेता लांस नायक अल्बर्ट एक्का की महान गाथा को बताते हुए कहा कि भारतीय सेना को विश्व में अपने शौर्य और साहस के लिए जाना जाता है। भारत पाकिस्तान युद्ध 1971 कंे अंर्तगत गंगासागर युद्ध वीरता का परिचय देते हुए अपने इकाई के सैनिकों की रक्षा की और घायल होकर दुनिया से विदा हो गये। सरकार द्वारा मरोणपरंात इन्हे उच्चतम सम्मान परमवीर च्रक से सम्मानित किया गया।
आर्मी स्टाफ के पूर्व डिप्टी चीफ लेफ्ट जनरल (रिटायर्ड) जे एस चीमा ने ‘‘सियाचीन संर्घष - कैद पोस्ट के लिए जंग’’ में जौहर दिखाने वाले परमवीर च्रक विजेता नायब सुबेदार बाना सिंह की शौर्य गाथा को बताते हुए कहा कि मानद कैप्टन बाना सिंह को स्न 1987 में सियाचीन ग्लेशियर की कैद पोस्ट को पाकिस्तान के कब्जे से मुक्त कराने के अभियान में दिखाये गये शौर्य का प्रदर्शन करने पर परमवीर च्रक से सम्मानित किया गया।
मुबंई सब एरिया के पूर्व जीओसी और स्वीडेन दूतावास में पूर्व डिफेंस एटेचे, मेजर जनरल (रिटायर्ड) राजीव एडवार्ड ने ‘‘ कारगिल युद्ध - टाइगर हिल की लड़ाई’’ मे परमवीर च्रक विजेता शौर्य दिखाने वाले परमवीर च्रक विजेता सुबेदार मेजर और मानद लेफ्ट योगेन्द्र सिंह यादव के महान गाथा को बताते हुए कहा कि मानद लेफ्ट योगेन्द्र सिंह यादव को कारगिल युद्ध के दौरान अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करने के लिए भारत सरकार द्वारा परमवीर च्रक से सम्मानित किया गया।
भटिंडा सब एरिया के पूर्व जीओसी मेजर जनरल (रिटायर्ड) एस पी मेहता ने ‘‘ कारगिल वार युद्ध - पांइट 4875 की लड़ाई ’’ में पराक्रम दिखाने वाले परमवीर च्रक से सम्मानित सुबेदार मेजर संजय कुमार की गाथा के बारे में बताते हुए कहा कि सुबेदार संजय कुमार को कारगिल युद्ध के दौरान एरिया फ्लैट पर कब्जा करने के दौरान वीरता का परिचय दिया जिसके लिए 1999 में भारत सरकार द्वारा परमवीर च्रक से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एमिटी सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती, एमिटी विश्वविद्यालय के महानिदेशक लेफ्ट जनरल (रिटायर्ड) अनिल कपूर, एमिटी एसएसबी एकेडमी के बिग्रेडियर अर्जन दत्ता सहित एमिटी विश्वविद्यालय के अधिकारीगण और छात्र उपस्थित थे