अछनेरा साधन प्रकरण में उपद्रवियों के खिलाफ हुई कार्रवाई।


                     " धार्मिक संगठन की बैठक"

-अछनेरा साधन प्रकरण में धार्मिक संगठन कार्यकर्ताओं पर चला योगी का डंडा चार उपद्रवियों को उप जिलाधिकारी ने जेल भेजा।

-पुलिस ने 14 लोगों को नामजद 40 सहित 54 लोगों के खिलाफ संगीन धारा के अंतर्गत मुकदमा दर्ज उपद्रवियों के धरपकड़ के लिए दविशें जारी ।

- धार्मिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर लगाया भेदभाव का आरोप।

- तिरंगा बवाल के पीछे, गांव के एक हिस्ट्रीशीटर के पुत्रों की करतूत सामने आई।

हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

 किरावली:अछनेरा के गांव साधन  में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश का पालन करते हुए इलाका पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ एक्शन लिया है।

 याद रहे कि अछनेरा के गांव साधन में 14 अगस्त को तिरंगा यात्रा जुलूस के दौरान कथित धार्मिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने एक मुस्लिम युवक को पीटा था। जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हुआ था। 

तिरंगा यात्रा में शामिल कथित धार्मिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने खूब उत्पात मचाया था।

 जिससे गांव में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया था। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उपद्रवियों की शनाखित करते हुए धरपकड़ शुरू कर दी थी। पुलिस ने ग्राम साधन निवासी हिस्ट्रीशीटर अनिल सियाराम मोनू बाला आदि को नामजद किया है। सभी आरोपी फरार बताए गए हैं। पुलिस ने अकील पुत्र पहोपी वीरू पुत्र मुन्ना इलियास पुत्र मुमताज गुड्डू पुत्र ओमप्रकाश सहित चार लोगों को शांति भंग के आरोप में उप जिलाधिकारी ने जेल भेजा है। ग्रामीणों ने बताया कि 14 अगस्त को जिस समय तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जा रहा था तो 8-10 लोग बाहरी गांव के लोग भी थे साधन गांव में तिरंगा यात्रा के दौरान जो बवाल कराया गया था। उसके मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विजेंद्र के बेटे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इन लोगों के उकसाने पर मबालियो ने तलवार डंडे और तमंचे लहराए। एक उपद्रवी ने तमंचे से कई फायर किए बबालियो के चेहरे पर नकाब बंधे हुए थे ग्रामीणों ने बताया कि अगर अछनेरा पुलिस ने सक्रियता नहीं दिखाई होती तो गांव में बड़ा संघर्ष हो सकता था। उपद्रवियों ने तिरंगा यात्रा की आड़ में अपनी निजी रंजिश निकालने और गांव को अशांत करने की कोशिश की थी।

 साधन निवासी उमर मोहम्मद ने बताया कि गांव में पूर्ण रूप से शांति है ।गांव में दंगा कराने की बड़ी साजिश रची गई थी इस साजिश में कौन लोग थे और  मवाली दंगा भड़काने के लिए प्रेरित किसने किए यह जांच का विषय है मुस्लिम समुदाय के लोग बताते हैं कि उन्हें अब किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है ।

मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री बाबा योगी आदित्यनाथ के कानून पर उन्हें बहुत भरोसा है।

 अछनेरा पुलिस का वह तहे दिल से धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने इतने बड़े हादसे को घटने से बचा दिया ।

समूचे गांव में पीएसी तैनात है पुलिस ने अभी तक इस प्रकरण पर कोई बयान नहीं दिया है, इधर धार्मिक संगठन के कार्यकर्ताओं का आरोप है। 

पुलिस हिंदूवादी संगठन कार्यकर्ताओं कार्यकर्ताओं को झूठा फंसा रही है। कार्यकर्ताओं ने किरावली में गुपचुप तरीके से एक बैठक कर पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास किया। सांसद और विधायक से भी गुहार की गई ,लेकिन सांसद राजकुमार भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने इन कथित कार्यकर्ताओं की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया।

रिपोर्ट-आर के लवानिया।