सईद आज़मी अवार्ड व उर्दू के बढ़ावे के लिए सेमिनार।





- सर्वधार्मिक एकता के लिए विजय कुमार जैन को दिया गया सईद आज़मी अवार्ड।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा:संजय प्लेस स्थित यूथ हॉस्टल में उर्दू को बढ़ावा देने के लिए एक सेमिनार आयोजित किया गया। जिसकी सदारत सय्यद फैज़ अली शाह ने की । मेहमान ए खुसूसी फूल खान साहब शाहजहांपुर रहे और विशिष्ट अतिथि जनाब असलम एडवोकेट रहे।

 इस मौके पर सर्वधार्मिक एकता के लिए अखिल भारतीय सर्वधर्म साबरी एकता संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विजय कुमार जैन को सईद आज़मी अवार्ड से नवाजा गया।

इस मौके पर मुख्य अतिथि जनाब फूल खान शाहजहांपुर ने कहा कि विजय कुमार जैन जो कि दरगाह आले पंजतनी पीर अलहाज तसद्दुक हुसैन अलमारूफ रमज़ान अली शाह चिश्ती साबरी रहमतुल्लाह अलैह के सज्जादानशीन भी हैं , इनसे हिंदू मुस्लिम एकता को बढ़ावा मिलता है।

 विजय कुमार जैन ने अपनी बोलचाल में उर्दू को ही महत्व देते हैं।ऐसे लोगों से ही हम सबक सीख कर अपने बच्चों को भी उर्दू की तालीम दिलवाएं  और उन्हें उर्दू की बोलचाल में, लिखने और पढ़ने में भी उर्दू का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। 

विशिष्ट अतिथि जनाब असलम खान एडवोकेट ने कहा कि इस तरह के सेमिनार आयोजित किए जाने चाहिए जिस से लोगों में उर्दू के प्रति जागरूकता पैदा होगी । विजय कुमार जैन को ये अवार्ड देकर हम फक्र महसूस करते हैं कि इस से एकता और मुहब्बत को भी बाल मिलेगा  और हम अपने मिशन में कामयाब होंगे । इस मौक़े पर अखिल भारतीय सर्वधर्म साबरी एकता संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विजय कुमार जैन ने कहा कि इस तरह के अवार्ड देने से जो देश में हिंदू मुस्लिम करके जो घृणा पैदा करने की कोशिश की जा रही है उसमे ये अवार्ड एकता के प्रति एक मील का पत्थर साबित होगा । सर्वधार्मिक एकता के कार्य को करने के लिए ये अवार्ड हमेशा एक संजीवनी का कार्य करेगा । और हम सब मिलकर मुहब्बत, प्यार और एकता की खातिर कार्य करके इस देश को ऊंचाइयों के उच्च शिखर तक पहुंचाने में कामयाब होंगे और सभी अपना योगदान देंगे तभी हम इस देश की सच्ची खिदमत करने का मौका हासिल कर सकते हैं ।

 सदारती पैगाम में सय्यद फैज़ अली शाह ने कहा कि विजय भाई को सईद आज़मी अवार्ड इसलिए दिया गया है कि सही मायनो में वो ही इसके हकदार हैं । विजय कुमार जैन ने उर्दू भाषा की खिदमत में अपना खास योगदान दिया है।

 समय समय पर मुशायरा और मुसालमा का प्रोग्राम करते हैं और लोगो को भी उर्दू भाषा बोलने की ताकीद करते हैं । उन्होंने कहा कि आम बोलचाल की भाषा में हमे उर्दू का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। ये हमारी मादरी ज़बान है।

 उन्होंने कहा कि आज हम अपनी मादरी ज़बान को छोड़ते जा रहे हैं जबकि हमे फिक्रमंद होना चाहिए,और जितनी कोशिश की जाए उतनी कम है। 

इस मौके पर सदर सय्यद फैज़ अली शाह, असलम खान एडवोकेट और फूल खान साहब को यादगार चिन्ह ( मोमेंटो) और गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। सेमिनार की निजामत हनीफ सय्यद ने की।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।