नियम विरुद्ध,शिक्षा अधिकारियों पर कराएंगे एफ आई आर दर्ज:मुकेश सिकरवार।



हिन्दुस्तान वार्ता। आगरा

नियम विरुद्ध तरीके से सेवा निवृति के 18 माह बाद भी पीड़ित सफाई कर्मचारी को पेंशन न देने व ग्रेच्युटी का भुगतान न करने पर उसके पिताजी की इलाज के अभाव में मृत्यु हो गई शिक्षा अधिकारियों का आलम यह था कि पीड़ित सफाई कर्मचारी अपने भुगतान को पाने के लिए धरना अनशन क्रमिक अनशन भी करना पड़ा,लेकिन किसी भी अधिकारी के कान पर जूं नहीं रेंगी और अंत में नियम विरुद्ध तरीके से सेवानिवृत्ति के 18 महा बाद सेवा समाप्त का अनुमोदन अवैध मांग पूरी न करने पर जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा ने विधि विरुद्ध तरीके से दे दिया।

भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिला अध्यक्ष मुकेश सिंह सिकरवार ने बताया कि जानकीबाई गर्ल्स इंटर कॉलेज मथुरा में कार्यरत सफाई कर्मचारी राधाचरण को सेवानिवृत्ति से 15 दिन पूर्व तदर्थ प्रधानाचार्य श्रीमती अनिता गौतम पत्नी सतीश गौतम एक्स-रे टेक्नीशियन जिला अस्पताल मथुरा ने सेवा समाप्त कर दी।

तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ राजेंद्र सिंह एवं मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक मुकेश अग्रवाल ने नियम विरुद्ध की गई सेवा समाप्त का अनुमोदन नहीं दिया और पीड़ित कर्मचारी के पेंशन भुगतान के लिए लगातार वह  लिखते रहे लेकिन श्रीमती गौतम ने पीड़ित कर्मचारी के पेंशन ग्रेच्युटी आदि के कागजात तैयार कराकर नहीं भेजें पीड़ित कर्मचारी ने अपने देयक प्रपत्र स्वयं तैयार कर अधिकारियों को उपलब्ध कराएं अधिकारियों ने प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर हेतु कागजात श्रीमती गौतम को भेजे लेकिन प्रधानाचार्य अपने उच्च अधिकारियों की लगातार अवहेलना करते हुए अपनी हठधर्मिता के कारण हस्ताक्षर नहीं किए ना ही सेवा पंजिका मूल रूप में विभाग को उपलब्ध कराई।

मुकेश सिकरवार ने बताया कि वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक भास्कर मिश्रा ने पीड़ित कर्मचारी से अवैध धन की मांग की,सफाई कर्मचारी राधाचरण द्वारा पूरा न करने पर श्री मिश्रा ने नियम विरुद्ध तरीके से 18 माह बाद  सेवा समाप्त का अनुमोदन दिया  पीड़ित सफाई कर्मचारी राधाचरण ने जन सूचना अधिकार के अंतर्गत श्रीमती अनीता गौतम द्वारा विभाग को उपलब्ध कराएं 51 साक्षय एवं  पटल सहायकों ने 13-10 - 2022 के लेटर पर अपने लघु हस्ताक्षर किए हैं। उनके नाम, सुनवाई में दिए गए कथनो की छाया प्रतियां संस्था प्रधान ने निलंबन की जांच समिति में जिन लोगों को जांच अधिकारी बनाया था उनका मूल पद एवं वरिष्ठता सूची ,प्रधानाचार्य प्रबंधक के कथन व नाम , वर्तमान प्रिंसिपल आयोग से चयनित है अथवा नहीं व प्रबंधक के हस्ताक्षर कब प्रमाणित विभाग ने किए आदि सूचनाएं मांगी थी  जे डी आगरा व जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा द्वारा सूचनाएं भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही थी ।

 प्रिंसिपल ने विद्यालय स्तर पर जो जांच समिति बनाई थी वह नियम विरूद्ध थी उस समिति में तदर्थ अध्यापिका श्रीमती सीमा अरोरा  व जूनियर लिपिक श्रीमती मधुवाला को नियुक्त किया था। दोनों ही जांच अधिकारी की नियुक्ति एक्ट के प्रावधानों के विपरीत थी ।

 पीड़ित ने स्पष्ट रूप से अपने पत्रों में लिखा कि सूचनाएं नहीं उपलब्ध कराई जाती है तो इसके दोषी संयुक्त शिक्षा निदेशक आरपी शर्मा जिला विद्यालय निरीक्षक भास्कर मिश्रा एवं पटल सहायक अनिल गौतम होंगे।

भारतीय किसान यूनियन भानु के जिला अध्यक्ष मुकेश सिकरवार ने पूरे प्रकरण से राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह को अवगत कराया है कि मथुरा के जिला सचिव राधाचरण को वह न्याय दिलाने में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह से फोन पर बात कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के आदेश निर्गत करवाने में सहयोग प्रदान करें। 

बताते चलें कि राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह जी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल इसी हफ्ते माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलने लखनऊ रवाना हो रहा है।