बांग्लादेश यात्रा: प्रधानमंत्री शेख हसीना से मिले भारतीय विदेश सचिव।



हिन्दुस्तान वार्ता।

भारत-बांग्लादेश दोनों पक्षों ने राजनीतिक, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, रक्षा, कनेक्टिविटी, जल, बिजली और उप-क्षेत्रीय सहयोग सहित द्विपक्षीय साझेदारी के सभी पहलुओं की समीक्षा की। विदेश सचिव विनय मोहन क्‍वात्रा नेपाल की दो दिन की सरकारी यात्रा के बाद कल शाम ढाका पहुंचे। बांग्लादेश के विदेश सचिव मसूद बिन मोमन ने विदेश सचिव का स्‍वागत किया। यहाँ विदेश सचिव क्‍वात्रा ने विदेश कार्यालय परामर्श बैठक में भाग लिया। परामर्श बैठक के बाद दूतावास ने ट्वीट किया कि विदेश सचिव के साथ विदेश कार्यालय परामर्श बैठक आयोजित की गयी। 

विदेश सचिव विनय मोहन क्‍वात्रा और प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुलाकात के बाद दूतावास ने ट्वीट किया कि ढाका में विदेश सचिव क्‍वात्रा ने प्रधानमंत्री हसीना से मुलाकात कर शिष्टाचार भेंट की। विदेश सचिव ने प्रधानमंत्री को हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं साथ ही दोनों ने व्यापक और गहन विकास और आर्थिक साझेदारी के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की। 

गौरतलब है कि पिछली परामर्श बैठक जनवरी 2021 में दिल्ली में हुई थी। विदेश मंत्रालय से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि विदेश सचिव क्‍वात्रा आज और कल कई मंत्रियों से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेगें। वे बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉo एo केo अब्दुल मोमन से भी मुलाकात करेंगे। 

भारतीय विदेश सचिव क्वात्रा की बांग्लादेश की ये यात्रा भारत की 'पड़ोसी प्रथम' की नीति को दी गई सर्वोच्च प्राथमिकता के अनुरूप है। बांग्लादेश भारत का विकास साझेदार है और इस क्षेत्र में सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। बांग्लादेश भारतीय राज्यों असम, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के साथ सीमा साझा करता है। दोनों देशों के बीच एक समुद्री सीमा भी है। बांग्लादेश कई कनेक्शन परियोजनाओं पर काम भी कर रहा है। भारत बांग्लादेश को एक स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देने वाला पहला राष्ट्र रहा है, और दिसंबर 1971 में इसकी स्वतंत्रता के तुरंत बाद राजनयिक संबंध स्थापित किए गए थे। साथ ही साल 2015 में 'भूमि सीमा' समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसने सीमा विवाद को सुलझाया और दोनो देशों की दोस्ती को और भी मजबूत किया।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)