भारत की तरफ से भूटान में कई "मैत्री" प्रोजेक्ट जाती।


हिंदुस्तान वार्ता।

भारत पड़ोस प्रथम नीति के तहत अपने सभी पडोसी देशों का खास ख्याल रखता है। भारत की तरफ से पूरे भूटान में द्विपक्षीय मैत्री प्रोजेक्ट किए जा रहे हैं और विकास परियोजनाओं का क्रियान्वन किया जा रहा है। इसी क्रम में 12वीं पंचवर्षीय योजना (FYP) के लिए भूटान की शाही सरकार और भारत सरकार के बीच 5वीं भूटान-भारत लघु विकास परियोजना (SDP)/उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजना (HICDP) समिति की बैठक थिम्फू में 28 फरवरी को आयोजित की गई। 

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भूटान को आर्थिक सहायता 5वीं भूटान-भारत उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजना समिति की बैठक।

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भूटान में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया कि 5वीं भूटान-भारत उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजना समिति (HICDP) की बैठक आज थिम्पू में आयोजित की गई। समिति ने भूटान में 20 जोंगखाग और 4 थ्रोमडे में कार्यान्वित की जा रही 524 परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। गौरतलब है की इससे पहले भी एक विशेष समारोह के दौरान भारत ने INR 1 बिलियन की प्रारंभिक अनुदान दिया था।

बैठक के दौरान दोनों सरकारों ने जल आपूर्ति, शहरी आधारभूत संरचना, कृषि सड़कों, सिंचाई चैनलों, पुलों, स्वास्थ्य और शिक्षा के बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में स्थानीय सरकारों के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना में 8500 मिलियन स्वीकृत किए गए थे। कमिटी ने कहा कि 5206.189 मिलियन रुपये की 392 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और शेष परियोजनाएं पूरी होने वाली हैं।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)