प्रदेश के पहले फ्लैटेड इंडस्ट्री कॉम्प्लेक्स निर्माण का अपर प्रमुख सचिव ने किया निरीक्षण।



−उप्र लघु उद्योग निगम के चेयरमैन एवं अपर प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद पहुंचे।

−उपाध्यक्ष (दर्जा राज्यमंत्री) राकेश गर्ग ने कहा निर्माण में आई तेजी, 2024 तक कार्य होगा पूर्ण।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। प्रदेश ही नहीं,बल्कि पूरे देश में आदर्श स्थापित करने जा रहे आगरा में निर्माणाधीन फ्लैटेड इंडस्ट्री कॉम्पलेक्स का अपर प्रमुख सचिव एवं उप्र लघु उद्योग निगम के चेयरमैन अमित मोहन प्रसाद ने स्थलीय निरीक्षण किया। चेयरमैन अमित मोहन प्रसाद एवं लघु उद्योग निगम के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग (दर्जा राज्य मंत्री) को सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर प्रभात वाजपाई,आर्किटेक्ट अजीत फौजदार,एग्ज्यूकेटिव इंजीनियर वाइपी सिंह ने निर्माण कार्य प्रगति रिपोर्ट सौंपी। ज्वाइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज अनुज कुमार और लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल भी इस दौरान मौजूद रहे। 

31 मई 2023, दिन बुधवार को हाथरस रोड पर बन रहे प्रदेश के पहले फ्लैटेड इंडस्ट्री कॉम्पलैक्स का अपर प्रमुख सचिव एवं लघ़ु उद्योग निगम के महाप्रबंधक अमित मोहन प्रसाद एवं उपाध्यक्ष राकेश गर्ग (दर्जा राज्यमंत्री) ने निरीक्षण किया। अपर प्रमुख सचिव ने निर्माण कार्य की प्रगति रिपोर्ट देखी। अब तक हुए कार्यों का ब्यौरा जाना। 

उन्होंने बताया कि देश में अपनी तरह का ये पहला कॉम्पलैक्स बन रहा है जिसमें 156 प्रकार की गैर प्रदूषणकारी उद्योग इकाइयां संचालित हो सकेंगी।

 अप्रैल 2024 तक आगरा का ये औद्योगिक स्वप्न साकार हो जाएगा। उपाध्यक्ष (दर्जा राज्यमंत्री) राकेश गर्ग ने कॉम्पलैक्स की विशेषता के बारे में कहा कि लगभग 125 करोड़ रुपये की लागत से पांच एकड़ क्षेत्रफल में चार मंजिला काॅम्प्लेक्स बन रहा है। 

कॉम्प्लेक्स में टीटीजेड श्रेणी अनुमन्य उद्योग प्रदूषण रहित लग सकेंगे। वर्षा जल संचय के लिए प्लांट लगाया जा रहा है। एमएसएमई उद्योगों के लिए इस कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जा रहा है।। इससे कम स्थान पर अधिक उद्यम स्थापित हो सकेंगे। 

लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव मनीष अग्रवाल ने कहा कि फ्लैटेड इंडस्ट्री कॉम्पलेक्स शहर में होने के कारण बाजार से दूरी कम होगी। आसानी से फैक्ट्री का माल विक्रेताओं तक पहुंच सकेगा। एक ही जगह पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को काम भी मिल सकेगा। कॉम्पलेक्स निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान रखा गया है। कर्मियों के लिए समाजसेवी संस्थाओं की सहायता से कम दर पर भाेजन की व्यवस्था भी होगी। तीन मेगा वाट का पावर सबस्टेशन कॉम्पलेक्स परिसर में ही बन रहा है। काॅम्पलेक्स में मेटेरियल और पैसेंजर के लिए अलग-अलग लिफ्ट होंगी। हल्के वाहनों के लिए रैम्प बनेगा। कॉम्पलेक्स में उद्यमियों की सुविधा के लिए प्रशासनिक कार्यालय, टेलीकम्यूनिकेशन सेंटर,वाई-फाई, ऑप्टिकल,फाइबर नेटवर्क आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।

इन उद्योग इकाइयों से सज्जित होगा कॉम्पलेक्स।

कॉम्पलेक्स में जूते, चप्पल, एसी, कूलर, साइकिल, छोटे गैर मोटर चालित वाहन, चाय की पैकिंग, ब्लाक मेकिंग, प्रिंटिंग, काटन व वूलेन होजरी, हैण्डलूम, कारपेट, चमड़े की कटिंग व सिलाई, इलेक्ट्रिक लैम्प, कढ़ाई, मैन्यूफैक्चरिंग, आईटी इंडस्ट्री, लाइट इंजीनियरिंग आदि प्रदूषण रहित उद्यम स्थापित किए जाएंगे। उद्यमियों को किसी तरह का कागजी कार्य करवाने की आवश्यकता नहीं होगी। सभी मान्यताएं और अनुमती उद्योग भारती की ओर से मुहैया करवायी जाएंगी। प्लग एंड प्ले की तर्ज पर यहां आकर उद्यमी सीधे मशीन लगाकर कार्य आरंभ कर सकेंगे। फ्लैटेड इंडस्ट्री काॅम्पलेक्स की यमुना एक्सप्रेस से दूरी मात्र 10 किमी है। नेशनल हाइवे से सीधे प्रवेश मिलेगा।